‘तू छुपा है कहां मैं तड़पता यहां’, सतीश कौशिक के लिए अनुपम खेर ने कही थी ये बात, वीडियो कॉल पर खूब लगे थे ठहाके

अनुपम खेर और सतीश कौशिक की दोस्ती कैसी थी, इसके शब्दों में बयां करने की जरूरत नहीं है। एक वीडियो खुद सतीश कौशिक ने शेयर किया था, जब दोनों वीडियो कॉल पर एक-दूसरे से बातें कर रहे थे जो उनके दोस्ती की सारी कहानी साफ-साफ सुनाती है। अनुपम खेर ने गाते हुए कहा था- तू छुपा है कहां मैं तड़पता यहां।

 
Anupam kher and Satish kaushik lovely conversation
अनुपम खेर सतीश कौशिक वीडियो कॉल
अनुपम खेर और सतीश कौशिक का याराना आज का नहीं बल्कि 48 साल पुराना है। उस वक्त दोनों यंग थे और तब से वे एक-दूसरे के जिगरी यार थे। अनुपम खेर इस वक्त सदमे में हैं और कहा है कि न जाने कितने साल लगेंगे यह स्वीकार करने में कि वो अब नहीं हैं। अपने इसी जिगरी यार को अनुपम खेर ने नम आंखों से विदाई दी। सतीश कौशिक की आखिरी विदाई पर कभी सुबकते तो कभी शून्य की तरफ निहारते अपने बिछड़े हुए दोस्त को याद करते दिखे अनुपम खेर। उस दोस्त के अब कभी सोकर न उठने का एहसास उन्हें हर पल बेचैन कर रहा था। अनुपम खेर और सतीश कौशिक की दोस्ती किस लेवल की थी इसका किस्सा उन्होंने एक वीडियो में खुद सुनाया था। तब अनुपम खेर ने तब सतीश कौशिक से कहा था- तू छुपा है कहां मैं तड़पता यहां।

दरअसल अनुपम खेर और सतीश कौशिक की खूबसूरत यादों में से एक याद सोशल मीडिया का वो वीडियो है जिसमें उन्होंने 45 साल की दोस्ती की पूरी कहानी पल भर में सुना दी थी। ये वीडियो साल 2020 के दौरान का है जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन का माहौल था। अनुपम खेर ने कहा- तू छुपा है कहां मैं तड़पता यहां और इसपर सतीश कौशिक खिलखिलाकर हंस पड़े थे और कहा था- अरे यार तेरे प्यार का आसरा चाहता हूं, बड़े नासमझ हो कि क्या चाहता हूं। इसके बाद सतीश कौशिक ने कहा- ये पहली बार ऐसा हुआ होगा खेर साहब कि आप अमेरिका से आए हैं रॉबर्ट डिनेरो की बांहों से बाहर निकल के। अनुपम खेर ने कहा था- आपको जो जलन हुई न कि अनिल कपूर के साथ मैंने पहले वो वीडियो वाला कर दिया, इसपर सतीश कौशिक बोले- बहुत जलन हुई, मुझे लगा कि कमाल हो गया, मैं पीछे रह गया।

45 सालों में ऐसा पहली बार हुआ था

अनुपम खेर ने कहा- आप मुझे ज्यादा जानते हो, कितने साल से जानते हैं हम एक-दूसरे को? 1975 में मिले थे हम। 1975 से लेकर 2020 तक पहली बार ऐसा हुआ होगा 45 सालों में कि आए हुए यहां 4 दिन हो गए और मैं आपसे मिला नहीं। सतीश कौशिक बोले- कमाल है यार, वही तो मैं कहने जा रहा था कि न्यू यॉर्क से आने के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है वर्ना होता ऐसा था कि मैं एयरपोर्ट पहुंच रहा हूं, अभी मैं आ रहा हूं घर पर डिनर करने। पर यार ये कोरोना ने दूरियां बढ़ा दी हैं।

अनुपम ने कहा था- किसी के दूर जाने से मोहब्बत कम नहीं होती

सतीश कौशिक ने इस बातचीत में आगे कहा था- पर मुझे एक फिलॉसफिकल बात याद आती है कि ये जो दूरियां हैं न ये वास्तव में इंसानों को, दोस्तों को, फैमिली को, आपके शहर को, आपके देश को एक्चुअली और पास लेकर आएगी। अनुपम ने कहा- इसपे एक गाना याद आया और सतीश कौशिक के साथ मिलकर गाने लगे- दूरियां नजदीकियां बन गई, अजब इत्तेफाक है। अनुपम ने कहा- एक बहुत सा बकवास शेर सुनाता हूं जब मैं स्टेज शो किया करता था तब का- ये दुनिया ग़म तो देती है शरीक-ए-ग़म नहीं होती, किसी के दूर जाने से मोहब्बत कम नहीं होती।

अंतिम दर्शन पर आए अनुपम खेर फफक कर रो पड़े थे

लेकिन अब एक-दूसरे के हमदर्द के साथ में से एक नहीं रहा। सतीश कौशिक की 8 मार्च की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई। ऐसे में हर पल अब अनुपम खेर के लिए बोझिल होता दिख रहा है। जिस दोस्त से मिले बिना या बात किए बिना अनुपम खेर एक दिन नहीं रहते थे, अब उन्हें जिंदगी उनके बिना ही काटना होगा। सतीश कौशिक के अंतिम दर्शन पर आए अनुपम खेर फफक कर रो पड़े थे जब उन्हें अभिषेक बच्चन ने बच्चों की तरह संभाला। अनुपम खेर ने कहा- कल शाम को मेरी उनसे 8 बजे बात हुई और उन्होंने कहा था कि मैं कल आता हूं फिर मिलते हैं। उन्होंने कहा- कभी-कभी एक दोस्त रिश्तेदारों से ज्यादा करीब होता है, उनकी जगह कोई भर नहीं सकेगा।