किताबी शिक्षा से बहुत ऊपर होता है वो ज्ञान, जो आप अर्जित करते हैं. एक रट्टू तोते से बेहतर है अपने शौक और पैशन को फ़ॉलो करना. साथ ही, ये ज़रूरी नहीं कि हमेशा क्लास का टॉपर ही आगे बढ़ता है.
ऐसे कई उदाहरण हैं, जिसमें एक ताज़ा नाम जुड़ गया है. हम वडोदरा के प्रिंस पांचाल की बात कर रहे हैं. प्रिंस भले ही 10वीं क्लास में 6 बार फ़ेल हो गया लेकिन ये फ़ेल होना उसकी असफ़लता के पैमाने को नहीं नाप सकता है.
ऐसा हम इसीलिए कहा रहे हैं क्योंकि प्रिंस ने 35 हल्के स्वदेशी विमान मॉडल बनाने जैसी सफ़लता हासिल कर ली है
महज़ 17 साल के प्रिंस ने इन मॉडल्स को बैनर और होर्डिंग्स में इस्तेमाल होने वाले फ़्लेक्स से बनाया है. उड़ान भरने में सक्षम इन विमानों को रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट किया जा सकता है.
इंटरनेट से सीखा मॉडल विमान बनाना
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रिंस दसवी कक्षा में सभी 6 विषयों में फ़ेल हो गया था. जिसकी वजह से वह घर में बैठा रहता था. इस दौरान उसके दादा जी ने उसे समझाते हुए कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया.
दादा जी की बात का प्रिंस पर असर हुआ और उसने इंटरनेट के ज़रिए इन मॉडल विमानों को बनाना शुरू किया. प्रिंस ने कहा कि होर्डिंग्स के फ़्लैक्स देखकर उन्हें विमान बनाने का आईडिया आया.
लोग कहते हैं, तारे ज़मीं पर वाला लड़का
प्रिंस पांचाल मेकर नाम से प्रिंस ने अपना यूट्यूब चैनल भी बनाया है. फ़िलहाल वह कम से कम 10वीं पास होना चाहते हैं. ANI से हुई बातचीत में वह कहते हैं, “मैं पढ़ाई पूरी करना चाहता हूं, समस्या यह है कि मैं जब भी पढ़ने के लिए बैठता हूं, पढ़ते वक्त दिमाग में बोझ सा महसूस होता है.”
प्रिंस ने कहा कि, उनकी इस सफ़लता के चलते अब उनकी कॉलोनी के सभी लोग उन्हें तारे ज़मीं पर वाला लड़का कहते हैं.
वाकई में, प्रिंस के टैलेंट को मानना और सराहना पड़ेगा.