हाल ही में सीबीएसई और आईसीएसई के बोर्ड के परिणाम (Board exams result) आए हैं और बच्चों के उम्दा प्रदर्शन की लोग तारीफ कर रहे हैं. कई बच्चों के अंक बेहतर नहीं आ सके ऐसे में उनके परिवार के मन में निराशा जरूर होगी.
मगर रिजल्ट को निराशा की दृष्टि से देखना ठीक नहीं है क्योंकि बच्चे का ज्ञान उसका भविष्य तय करते हैं, उसका रिजल्ट नहीं. इस बात का सबूत एक आईएएस अधिकारी (IAS officer share marksheet of class 10) ने भी दिया है जिन्होंने हाल ही में अपनी दसवीं कक्षा की मार्कशीट शेयर की है.
आईएएस ऑफिसर शाहिद चौधरी (Shahid Choudhary) आदिवासी मामलों से जुड़े विभाग के सचिव हैं. अक्सर वो सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट करते हैं जो लोगों को मोटिवेट करते हैं. हाल ही में जब बोर्ड रिजल्ट जारी किए गए तो बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए और निराशा दूर भगाने के लिए उन्होंने अपनी मार्कशीट (IAS officer marksheet class 10) को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जिससे छात्रों को ये पता लग सके कि 10वीं के रिजल्ट उनका भविष्य तय नहीं करते. आगे चलकर अगर वो मेहनत करते हैं तो उनका भाग्य चमक सकता है.
शाहिद ने लिखा- “बच्चों की मांग पर, ये है मेरी कक्षा 10 की मार्कशीट जो 1997 से पूरी तरह गोपनीय रही है.” उन्हें अंग्रेजी में 70, उर्दू में 71, विज्ञान में 88 अंक मिले हैं जो एवरेज से बेहतर हैं मगर गणित और सोशल स्टडीज में उनके अंक महज 55 हैं. उनको 500 अंकों में से सिर्फ 339 अंक ही प्राप्त हुए थे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर स्टेट बोर्ड से अपना एग्जाम दिया था.
फोटो पर लोगों ने की टिप्पणी
इस पोस्ट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक ने कहा- “सर बाकी सब ठीक है पर लगता है गणित और सोशल स्टडीज में हाथ तंग था.” शख्स के इस कमेंट पर शाहिद ने मजाकिया अंदाज में कहा- “मैथ्स में दोस्त काफी मददगार साबित हुए. सोशल स्टडीज का बदला फिर यूपीएससी में सोशोलॉजी चुन कर लिया.” एक शख्स ने कहा कि इंसान के मार्क्स उसका टैलेंट नहीं बता सकते. एक शख्स ने तो ये जानना चाहा कि उस वक्त टॉपर के स्कोर कितने हुआ करते थे.