नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Heart Disease: अगर आपमें दिल की बीमारी का जोखिम ज़्यादा है, तो आपको पैर के दर्द को लेकर भी सतर्क रहना चाहिए। पेरीफेरल आर्टरी डिज़ीज़ या PAD और कोरोनरी आर्टरी डिज़ीज़ CAD जैसी बीमारियां बार-बार होने वाले दर्द का कारण हो सकती हैं।
दिल की बीमारी और पैर के दर्द में क्या रिश्ता है?
आपके शरीर में जो खून घूमता है, वो आपके पैरों से होकर दिल तक पहुंचता है। इसलिए अगर किसी तरह की दिक्कत होगी तो आप उसका दर्द के माध्यम से अनुभव करेंगे। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हार्ट फेलियर और यहां तक कि खून के थक्के जमना उन बीमारियों में से हैं, जिसमें पैर में दर्द का अनुभव हो सकता है। पैर में दर्द या तकलीफ दिल की बीमारी का संकेत है, जिसके पीछे डायबिटीज़, स्मोकिंग, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी वजहें हो सकती हैं।
क्या पैर में दर्द एक गंभीर स्थिति है?
कभी-कभी पैर में दर्द होने को आप दिल की समस्या से नहीं जोड़ सकते। लेकिन अगर पैर में दर्द अक्सर होने लगे, तो चेक-अप कराने की ज़रूरत होती है। यह दर्द एक तरह से शरीर को आपको बताने का तरीका है कि कुछ गड़बड़ है। आमतौर पर अगर कोई दिक्कत होती है, तो पैर का दर्द समय के साथ गंभीर होता चला जाता है। हल्के दर्द को अगर नज़रअंदाज़ कर दिया जाए, तो यह धीमे ब्लड सर्क्यूलेशन की वजह से ऐंठन में बदल सकता है। इसके लक्षण कुछ इस तरह के होते हैं: