दोस्तों से दोबारा मिलने का वायदा कर गए थे हिमाचल के मोहित, 15 दिन पहले ही आए थे पैतृक गांव

वायुसेना के मिग 21 विमान हादसे में हिमाचल का बेटा 39 वर्षीय मोहित राणा वीरगति को प्राप्त हुआ है। विंग कमांडर मोहित के माता-पिता मंडी के संधोल के रहने वाले हैं। 

मोहित के पैतृक गांव में पसरा सन्नाटा।

राजस्थान के बाड़मेर के भीमड़ा में वायुसेना के मिग 21 विमान हादसे में हिमाचल का बेटा 39 वर्षीय मोहित राणा वीरगति को प्राप्त हुआ है। विंग कमांडर मोहित के माता-पिता मंडी के संधोल के रहने वाले हैं। बेशक, मोहित बाहर ही पला बढ़ा, लेकिन उसका हिमाचल में अपनी जड़ों से खूब लगाव रहा।

हादसे के 15 दिन पहले वह परिवार के साथ अपने पैतृक गांव संधोल आए और अपने दोस्तों से दोबारा मिलने का वायदा करके गए, लेकिन अब वह कभी वापस नहीं आएंगे।  मिग 21 हादसे की खबर जैसे ही धर्मपुर में मिली तो क्षेत्र में मातम छा गया। विंग कमांडर के मामा और अन्य रिश्तेदार तुरंत चंडीगढ़ पहुंच गए। शुक्रवार सुबह से घर में ताला लटका रहा। कुछ लोग अफसोस जताने आते रहे, लेकिन ताला लटका देख लौट गए

आस-पड़ोस में सन्नाटा रहा। पूरे गांव में मातम पसरा था। इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए। बता दें कि मोहित का पूरा परिवार चंडीगढ़ में रहता है। पुश्तैनी घर में उनके दादा के भाइयों के बेटे रहते हैं। मोहित परिवार के साथ कभी कभी संधोल में भी आते जाते थे।

अभी 15 दिन पहले ही मोहित परिवार सहित अपने पुश्तैनी गांव संधोल आए थे। इस दौरान वह धर्मशाला, बैजनाथ, पालमपुर, त्रिवेणी संगम सांढापत्तन सहित कसौली भी घूमे। इनके कुछ रिश्तेदारों ने कहा कि क्या मालूम था कि अपनों के साथ उनकी यह अंतिम मुलाकात है। 
अब नहीं मिलेगा दोबारा मोहित
धर्मपुर उपमंडल के संधोल के विंग कंमाडर मोहित राणा मौत से कुछ दिन पहले जब संधोल आए थे तो दोस्तों प्रवीण कुमार, श्यामलाल से मिले थे। इस दौरान उन्होंने दोस्तों से दोबारा आने का वादा किया था।
दोस्तों ने बताया कि मोहित बहुत ही मिलनसार नेक दिल थे। उनका सबके साथ बहुत अच्छा मेल मिलाप था। वह जब भी यहां आते थे तो सभी से मिलकर जाते थे। इस बार करीब दो साल बाद संधोल पहुंचे थे।
वह सभी से मिले और खुशी-खुशी वहां से लौट गए। दोस्तों ने कहा कि जब यह बात उनके रिश्तेदारों व दोस्तों तक पहुंची तो किसी को भी यकीन नहीं हुआ। सभी का दिल अभी भी यह मानने को तैयार नहीं कि अब मोहित कभी संधोल नहीं आएंगे।