दुनिया में आए दिन ठगी के कई मामले सामने आते हैं. छोटे-मोटे ठग तो चंद पैसों की हेर-फेर कर ही शांत हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामले ठगी में मिसाल बन जाते हैं. आज से चार साल पहले रुस में ठगी का एक ऐसा ही मामला देखने को मिला था.
यहां एक खूबसूरत महिला ने अपने साथी के साथ उस बैंक में ही लूट कर ली थी, जहां वो कई सालों से काम कर रही थी. ना सिर्फ वो वहां काम करती थी, बल्कि बैंक के मालिकों में से एक थी. उसका साथी भी इसी बैंक के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में से एक था.
इनेसा ब्रांडेनबुर्ग (Inessa Brandenburg) का नाम ठगों की लिस्ट में काफी ऊपर आता है. उसने बैंक से करीब 67 करोड़ 49 लाख रुपए चुरा लिए और उनकी जगह कागज के टुकड़े तिजोरी में भर दिए. जब तक ठगी का ये मामला खुलता, तब तक इनेसा प्राइवेट जेट में देश से भाग चुकी थी. सालों तक उसकी तलाश की गई, जिसके बाद पिछले साल उसे सितंबर में स्पेन से पकड़ा गया. अब उसे वापस रुस सुनवाई के लिए लाया जा रहा है.
चार साल से थी तलाश
इनेसा ने जनवरी 2018 में इस ठगी को अंजाम दिया था. उसने ट्यूमेन के साइबेरियन बैंक ऑफ रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट से पैसे चुराए और देश से भाग निकली. मामला तब खुला जब बैंक के क्लर्क ने देखा कि तिजोरी में पैसों की जगह कागज के टुकड़े भरे हुए हैं. इसके बाद तुरंत इसकी जाँच की गई और सामने आया कि इनेसा ने सारे आपसी कागज से एक्सचेंज कर दिए थे और पैसों को स्पोर्ट्स बैग में भरकर बैंक से निकल गई थी. इस बात की जानकारी होने से पहले ही इनेसा प्राइवेट जेट पर बैठ देश छोड़ चुकी थी. इसे पिछले चार साल से ढूंढा जा रहा था.
चेयरमैन संग की थी साजिश
इनेसा के इस ठगी में वो अकेले नहीं थी. लूट के इस मामले में उसके साथ उसी बैंक के को-ऑनर और बोर्ड चेयरमैन रोमान्यता शामिल था. इनेसा की बैंक में जो पोस्ट थी, उसी की मदद से उसने एक्स्ट्रा कैश सप्लाई की रिक्वेस्ट डाली थी. इनेसा ने लोगों को कम इंट्रेस्ट पर पैसे देकर उनका ध्यान आकर्षित करने की स्किम बैंक के सामने रखी थी. इस तरह उसने एक्स्ट्रा पैसों तक अपनी पहुंच बनाई थी. ठगी के इस मामले में पहले ही तीन गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. अब इनेसा को सुनवाई के लिए रुस लाया गया है.