नई दिल्ली. आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों का जश्न (Independence day) मनाते हुए पूरे भारत ने खुद को तिरंगे के रंग में रंग लिया है. घरों में झंडा फहराने से लेकर हर मोहल्ले में देशभक्ति के गीत गाए जाने तक, इस खास मौके पर पूरे देश में ऊर्जा का संचार होता है. इस मौके पर देशभक्ति के लिए पहचाने जाने वाले भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) भी आजादी का जमकर जश्न मना रहे हैं. धोनी ने अपने सोशल मीडिया के जरिये अपनी भावना को व्यक्त किया है.
महेंद्र सिंह धोनी सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं रहते हैं, लेकिन आजादी के 75 साल के जश्न में शामिल होने के लिए उन्होंने तकरीन दो साल बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में कुछ बदलाव किया है. धोनी ने अपने इंस्टाग्राम की प्रोफाइनल तस्वीर बदली है. धोनी ने फोटो और वीडियो ब्लॉगिंग वेबसाइट पर भारतीय ध्वज को अपनी प्रोफाइल तस्वीर के रूप में लगाया है.
धोनी ने तिरंगे की तस्वीर लगाते हुए लिखा है- ‘मैं एक भारतीय होने के लिए धन्य हूं.’ यह लाइन प्रोफाइल पिक्चर में हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत तीनों भाषाओं में लिखी हुई है.
पूर्व भारतीय कप्तान की बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है. उन्हें बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक माना जाता है. खेल जगत में एक विकेटकीपर, कप्तान और फिनिशर के रूप में उन्हें अलग पहचान बनाई है. धोनी क्रिकेट इतिहास के इकलौते ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफियां अपने नाम की हैं. धोनी की कप्तानी में भारत ने टी20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीती है.
इतना ही नहीं, एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में अपने सक्रिय दिनों के दौरान भी धोनी ने अपने जीवन में हर चीज से ऊपर राष्ट्रीय कर्तव्य को भी माना. यहां तक कि वह क्रिकेट के लिए अपनी बेटी जीवा के जन्म पर भी अपनी पत्नी साक्षी के पास नहीं थे.
इस बारे में पूछे जाने पर धोनी ने कहा था, “मुझे एक बेटी हुई है. मां और बेटी दोनों अच्छी हैं. लेकिन अभी मैं राष्ट्रीय कर्तव्यों पर हूं, इसलिए मुझे लगता है कि बाकी सब कुछ इंतजार कर सकता है. विश्व कप एक बहुत ही महत्वपूर्ण अभियान है.” अपने क्रिकेट कर्तव्यों को 100% प्रतिबद्धता के साथ पूरा करने के अलावा धोनी विभिन्न अवसरों पर भारतीय सेना के साथ भी नजर आए. 41 वर्षीय धोनी भारतीय प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक रखते हैं और एक योग्य पैराट्रूपर भी हैं.
धोनी ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप के बाद जम्मू और कश्मीर में पैराशूट रेजिमेंट (106 पैरा टीए बटालियन) की प्रादेशिक सेना इकाई के साथ एक संक्षिप्त कार्यकाल भी लिया.