स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि नगर परिषद सोलन के साथ स्थित 08 ग्राम पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए शीघ्र ही प्रदेश के शहरी विकास विभाग द्वारा एक कार्यशाला आयेाजित की जाएगी। इस कार्यशाला में शहरी विकास विभाग द्वारा उन योजनाओं की पूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी जो शहरी क्षेत्रों में विकास एवं जन कल्याण के उद्देश्य से कार्यान्वित की जा रही हैं। डाॅ. सैजल गत देर सांय यहां नगर निगम सोलन के सृजन के सम्बन्ध में नगर परिषद तथा ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
डाॅ. सैजल ने कहा कि प्रदेश के तीव्रतम गति से विकसित होते सोलन जिला के मुख्यालय में जहां जनसंख्या में आशातीत बढ़ोतरी हुई है वहीं सोलन शहर एवं इसके साथ स्थित क्षेत्रों में अनेक उच्च शिक्षण संस्थान भी कार्यरत हंै। इस कारण सोलन शहर के साथ लगते बड़े भू-भाग का शहरीकरण हो चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सोलन नगर परिषद को नगर निगम बनाने के प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि पूरे क्षेत्र का एकसमान विकास सुनिश्चित कर सभी तक विभिन्न योजनाओं के लाभ समय पर पंहुचाए जा सकें।
उन्होंने कहा कि विकास के लिए परिवर्तन आवश्यक है और स्थाई परिवर्तन एवं व्यापक हित के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करना होगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने कहा कि मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार आमजन की आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य कर रही है और नगर निगम के सृजन के सम्बन्ध में निर्णय लेते समय जन भावनाओं का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सोलन को नगर निगम का दर्जा दिए जाने के प्रस्ताव पर विशेष रूप से 08 ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा का उद्देश्य भी यही है कि आपसी सहमति से विकास में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।
आयुर्वेद मन्त्री ने निर्देश दिए कि शहरी विकास विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली कार्यशाला में योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में लिए जाने वाले कर के सम्बन्ध में व्यापत भ्रान्तियों केा दूर करने क प्रयास किया जाना चाहिए।
उन्होंने बहुमूल्य सुझावों के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने कहा कि नगर परिषद सोलन के साथ स्थित ग्राम पचांयत सलोगड़ा, पड़ग, सेरी, कोठों, सपरून, बसाल, आंजी और शामती के प्रतिनिधियोें ने सोलन को नगर निगम बनाने के प्रस्ताव के सम्बन्ध में अपने सुझाव एवं आपत्तियां आज बैठक में प्रस्तुत कीं। उन्होंने कहा कि शहरी विकास विभाग ने 24 अगस्त, 2020 को नगर परिषद सोलन में कुछ क्षेत्रों को सम्मिलित करने का प्रस्ताव प्रेषित किया है। इस प्रस्ताव के राजपत्र अथवा ई-राजपत्र में प्रकाशित होने के 06 सप्ताह के भीतर सुझाव एवं आपतियां उपायुक्त सोलन के माध्यम से सचिव, शहरी विकास, हिमाचल प्रदेश सरकार को भेजी जा सकती हैं।
बैठक में कण्डाघाट उपमण्डल की ग्राम पंचायत सिरीनगर के उप प्रधान ने आग्रह किया कि उनकी ग्राम पंचायत के शहरी क्षेत्रों को समुचित विकास के लिए या तो प्रस्तावित नगर निगम सोलन में सम्मिलित किया जाए अथवा शहरी क्षेत्र को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाए।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अनुराग चन्द्र शर्मा ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
बैठक में नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेन्द्र ठाकुर, सोलन से भाजपा उम्मीदवार रहे डाॅ. राजेश कश्यप, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, उक्त ग्राम पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान, अन्य प्रतिनिधि, उपमण्डलाधिकारी सोलन अजय यादव, भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी रितिका, सहायक आयुक्त भानु गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उपसिथत थे।
2020-08-28