पटना. बिहार में भाजपा के साथ सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए से बाहर निकलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजनीतिक भूचाल ला दिया. कयास ये लगाए जाने लगे कि वे बिहार की सत्ता तेजस्वी यादव को सौंपकर आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति में किस्मत आजमाएंगे. चर्चा इस बात की हो रही है कि क्या वे विपक्षी की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे? हालांकि, सीएम नीतीश ने एक बार फिर कहा है कि प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा अभी उनके दिमाग में नहीं है. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि वह विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश करेंगे और उन सभी को मिलकर काम करना चाहिए.
2024 में विपक्ष का प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, मैं हाथ जोड़कर कहता हूं मेरे मन में ये सब कोई बात नहीं है. मेरी चाहत है कि मैं सभी दल को एक साथ मिलकर चलूं तो यह अच्छा होगा. हमलोगों की समस्याओं के लिए बात करेंगे. समाज के लिए बात करेंगे. समाज में अच्छा वातावरण हो; इस पर बात करेंगे. मैंने अपनी इच्छा पहले ही बता दी है. पॉजिटिव काम हो रहा है बहुत लोगों का फोन आ रहा है. उनसे बातचीत हो रही है. 2024 आने दीजिए फिर देखिए क्या होता है. पहले सब लोगों को एकजुट करना है. मैं नेतृत्व का सपना नहीं देख रहा हूं. मैं चाहता हूं हमारा देश अच्छे ढंग से आगे बढ़े; आज समाज में टकराव की स्थिति है.
बता दें कि 10 अगस्त को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था. तब उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “वह 2014 में जीते थे, लेकिन क्या वह 2024 में होंगे?” जब उनसे पत्रकारों द्वारा पूछा गया कि क्या वह पीएम उम्मीदवार बनना चाहते हैं, तो उन्होंने तब भी कहा था कि वह “किसी भी चीज के दावेदार नहीं हैं”. उन्होंने कहा, “सवाल यह है कि जो 2014 में आया वह 2024 में आएंगे या नहीं.”
इस बारे में फिर से सवाल किए जाने पर उन्होंने हाथ जोड़कर कहा, “यह मेरे दिमाग में नहीं है. कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहते हैं, भले ही मेरे करीबी लोग इसे कहते हैं,”. उन्होंने कहा, यह बहुत अच्छा होगा यदि सभी विपक्षी दल काम करें. उनका काम यह सुनिश्चित करना है कि विपक्षी दल साथ आएं और एकजुट होकर आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों के मुद्दों के बारे में बात करेंगे और हम कैसे एक बेहतर सामाजिक वातावरण बना सकते हैं.