परौर (पांजला): धीरा उपमंडल के तहत आते थुरल में न्यूगल में अवैध खनन में जुटे माफिया के 8 लोग जलस्तर बढ़ने के चलते टापू में फंस गए। इनमें 2 महिलाएं भी शामिल थीं। उक्त सभी खननकारियों को करीब 13 घंटे बाद रैस्क्यू कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त लोग रात 3 बजे के करीब न्यूगल में अवैध खनन कर रहे थे कि इस दौरान अचानक जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते वे एक टापू पर फंस गए। घटना का सुबह पता चलने पर प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ और आर्मी को बुलाया गया। बचाव कार्य के दौरान टैक्निकल समस्या के कारण माफिया के लोगों को निकालने में परेशानी आ रही थी। इसके बाद करीब साढ़े 3-4 बजे तक सभी लोगों को रैस्क्यू कर लिया गया।
उधर, गांववासी पूरे मामले के लिए स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि यहां स्थानीय प्रशासन की शह पर अवैध खनन किया जा रहा है जबकि जिस स्थान पर खनन हो रहा था वहां की दूरी थुरल पुलिस चौकी से मात्र एक किलोमीटर है। लोगों का यह भी कहना है कि पुलिस व माइनिंग विभाग को जानकारी देने के बावजूद खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। बता दें कि डीसी कांगड़ा ने भी बरसात के दिनों में नदी व नालों के किनारों पर जाने पर पाबंदी लगाई है। इसके बावजूद लोग नियमों की अवहेलना कर न्यूगल से खनन कर रहे हैं।