एस. सिंह/चंडीगढ़ः फगवाड़ा में गन्ना किसानों के प्रदर्शन के बीच पंजाब सरकार ने दावा किया है कि उसने गन्ने की 100 करोड़ रुपए की बकाया राशि किसानों के खाते में जमा कर दी है. भगवंत मान सरकार ने किसानों को यह भी आश्वासन दिया है कि फगवाड़ा चीनी मिल को छोड़कर बाकी प्राइवेट चीनी मिलें 7 सितम्बर तक उनके बकाए का भगुतान कर देंगी.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विस्तार में जानकारी देते हुए कहा है कि राज्य भर की सरकारी चीनी मिलों की तरफ कुल 295.60 करोड़ रुपए का बकाया बचा है. उन्होंने कहा कि इसमें से 100 करोड़ रुपए सरकार द्वारा बीती 29 जुलाई को अदा किए गए थे. भगवंत मान ने आगे कहा कि गन्ना किसानों का शुगरफेड की तरफ 195.60 करोड़ रुपए का बकाया बचा था और उन्होंने किसानों से वादा किया था कि 100 करोड़ रुपए 15 अगस्त तक जारी कर दिए जाएंगे, जबकि बाकी 95.60 करोड़ रुपए का बकाया 7 सितम्बर तक निपटा दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने बीते गुरुवार को शुगरफेड के द्वारा गन्ना किसानों के लिए 100 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं और किसानों के खातों में जमा भी करवा दिए हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी और सहकारी चीनी मिलों के सभी बकाए अदा करने के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 100 करोड़ रुपए की अदायगी करने से राज्य में सहकारी चीनी मिलें अब तक गन्ने के 619.62 करोड़ रुपए के कुल बकाए में से 526.27 करोड़ रुपए की अदायगी कर चुकी हैं. यह अदायगी साल 2021.22 के सीजन की है और राज्य सरकार बकाए की अदायगी बिना किसी देरी के करने के लिए सहृदय प्रयास कर रही है.
गौरतलब है कि पिछले 4 दिनों से गन्ना बकाया का भुगतान नहीं करने का विरोध कर रहे किसानों ने पंजाब के सबसे व्यस्त सड़कों में से एक राष्ट्रीय राजमार्ग-1 के जालंधर-लुधियाना खंड को पूरी तरह से अवरुद्ध करके अपना आंदोलन तेज कर दिया है. भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के बैनर तले शुरू किए गए इस विरोध को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का भी समर्थन मिला है, जिसने पंजाब सरकार को एक अल्टीमेटम दिया है कि 25 अगस्त तक गन्ने की सारी बकाया राशि चुकाई जाए.