चंडीगढ़. पंजाब में श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामलों में सियासत एक बार फिर से गरमाती हुई दिखाई दे रही है.कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से बेअदबी की घटनाओं पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. उन्होंने यह मांग ऐसे समय में की है जब बरगाड़ी इंसाफ मोर्चा ने 2015 में बहबलकलां फायरिंग में हुई 2 सिख श्रद्धालुओं की मौत को लेकर 1 अगस्त को आंदोलन की चेतावी दी है.कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस संबंध में सीएम भगवंत मान और विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान को विशेष सत्र बुलाने के लिए पत्र लिखा है. अपने पत्र में बाजवा ने कहा कि बेअदबी की घटनाएं एक गंभीर अपराध से कम नहीं हैं, जिसके लिए अपराधियों को सबसे कठोर सजा दी जानी चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि उदार समकालीन कानूनों के चलते अपराधी निडर होकर अपवित्र कार्यों को अंजाम दे रहे हैं. जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों में ऐसी घटनाओं की संख्या 400 से अधिक हो गई है. कादियां विधायक बाजवा ने कहा कि उन्होंने फतेहगढ़ साहिब में बेअदबी के मुद्दे पर 17 जुलाई को खालसा की सभा में शामिल हुए श्रद्धालुओं की आंखों से आंसू बहते देखे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य अपने राज्य के लोगों के साथ न्याय करना है. लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए.
2015 में हुई थी बेअदबी की घटनाएं
गौरतलब है कि 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब की एक “बीड़” (प्रति) एक गुरुद्वारे से चोरी हो गई थी, हस्तलिखित पोस्टर लगाए गए थे और पवित्र पुस्तक के फटे हुए पृष्ठ 2015 में फरीदकोट में बिखरे हुए पाए गए थे. इन घटनाओं के कारण फरीदकोट में अपवित्रीकरण विरोधी प्रदर्शन हुए थे. अपवित्रता विरोधी प्रदर्शनकारियों पर अक्टूबर 2015 में पुलिस की गोलीबारी में बहबल कलां में दो लोगों की मौत हो गई और कोटकपूरा में कुछ अन्य घायल हो गए थे.