बाहरी राज्य से एक अधिवक्ता सोलन के कोर्ट में पहुंच गया | इस दौरान वह कई अधिवक्ताओं से भी मिला लेकिन जब सोलन के अधिवक्ताओं की इस बात की खबर लगी कि वह बाहरी राज्य से आया है तो न्याय परिसर में खलबली मच गई और वह बाहरी राज्य से आए इस अधिवक्ता की खोजबीन करने लग गए | शुरुआत में उन्हें यह जानकारी मिली की यह अधिवक्ता दिल्ली से आया है यह सुन कर तो अधिवक्ताओं के होश फाख्ता हो गए | जब तक वह इस अधिवक्ता की शिकायत करते तब तक वह अपना काम ख़त्म कर पंजाब की तरफ निकल चुका था | बाद में जब इस बारे में प्रशासन को अवगत करवाया गया तो उन्होंने इस अधिवक्ता को परवाणु में रोक लिया और इस से आवश्यक पूछताछ की गई | पुलिस ने इस व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है |
अधिक जानकारी देते हुए एस पी सोलन अभिषेक यादव ने बताया कि यह व्यक्ति पंजाब से सोलन आया था जब पुलिस को इस बात की खबर लगी तो उसे जाते समय परवाणु में रोका गया और उसके पास के बारे में पुछा गया तो पता लगा कि उसके पास हिमाचल का कोई पास नहीं है | वह पंजाब के पास पर सोलन में प्रवेश कर गया है | फिलहाल नियमों की उलंघना करने पर इस अधिवक्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है | यह होशियार पुर का रहने वाला है और वह केस के सिलसिले में सोलन के न्यायालय में आया था | उन्होंने बताया कि अधिवक्ता को संस्थागत कवारंटीन भी किया जा रहा है |
होशियारपुर के अधिवक्ता की होशियारी पुलिस कर्मियों पर पड़ी भारी क्योंकि अब जांच होगी और बैरियर पर तैनात कर्मियों पर इस लापरवाही की गाज गिर सकती है | यह लापरवाही इस लिए मानी जा रही है क्योंकि पंजाब सरकार का पास यहाँ पर नहीं चलता है तो ऐसे में उस पास पर अधिवक्ता को हिमाचल में आने की अनुमति कैसे मिली | अगर यह अधिवक्ता संक्रमित निकलता है तो वह जिन अधिवक्ताओं से सोलन में मिला है उनके लिए भी संक्रमण का कारण बन सकता है तो परवाणु पुलिस की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है | जिस पर उपायुक्त सोलन ने भी पुलिस अधिकारियों की क्लास ली है और उन्हें सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कहा है ताकि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा न हो |