नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता लाने और भाई-भतीजावाद खत्म होने का असर दिखाई दे रहा है. इसी का नतीजा है कि दुनिया भर में खेल के मैदानों में तिरंगा लहरा रहा है और राष्ट्रगान गाया जा रहा है. उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि हमने पिछले दिनों खेलों में देखा. ऐसा तो नहीं था कि पहले प्रतिभाएं नहीं थीं. पहले चयन भाई-भतीजावाद से गुजरता था. वे खेल के मैदान तक तो पहुंच जाते थे, लेकिन जीत-हार से उन्हें कोई लेना-देना नहीं था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘जब पारदर्शिता आई, योग्यता के आधार पर खिलाड़ियों का चयन होने लगा तो आज दुनिया भर में खेल के मैदान में भारत का तिरंगा लहराता है तथा राष्ट्रगान गाया जाता है.’ उन्होंने कहा कि भाई-भाई भतीजावाद से मुक्ति मिलती है तभी ऐसा होता है. मालूम हो कि भारत ने पिछले दिनों बर्मिंघम काॅमनवेल्थ गेम्स में 22 गोल्ड मेडल के साथ 61 मेडल जीतने में सफल रहा था. वह मेडल टैली में ओवरऑल चौथे नंबर पर था. शूटिंग के गेम्स से हटने के बाद भी भारतीय खिलाड़ियों ने सराहनीय प्रदर्शन किया था.
कुश्ती में मिले 12 मेडल
भारतीय एथलीटों ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सबसे अधिक मेडल कुश्ती और वेटलिफ्टिंग में जीते. गेम्स में 104 पुरुष और 103 महिला एथलीट्स ने हिस्सा लिया. पुरुषों ने 35 तो महिलाओं ने 26 मेडल जीते. कुश्ती में भारत ने कुल 12 पदक अपने नाम किए. पहलवानों ने 6 गोल्ड एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल जीते. कुल 12 पहलवान उतरे थे और सभी मेडल जीतने में सफल भी रहे.
वेटलिफ्टिंग में हमें 10 मेडल मिले. मीराबाई चानू, अचंता शेउली और जेरेमी लालरिनुंगा ने गोल्ड मेडल जीता. भारतीय बॉक्सर्स ने 7 मेडल जीते. इसमें 3 गोल्ड शामिल है. महिला बॉक्सर निखत जरी ने भी गोल्ड पर कब्जा किया. अगले कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में होने हैं. मौजूदा गेम्स में ऑस्ट्रेलिया 178 मेडल के साथ पहले जबकि मेजबान इंग्लैंड 176 मेडल के साथ दूसरे नंबर पर रहा. कनाडा को 92 मेडल मिले और वह चौथे नंबर पर रहा.