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CWG 2022: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। इस स्पर्धा मेें मीराबई ने स्नैज राउंड में 88 किलो वजन उठाकर कॉमनवेल्थ में एक नया रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। यह लगातार दूसरी बार है जब मीराबाई ने CWG में गोल्ड मेडल जीता है।

मीराबाई चानू
मीराबाई चानू
नई दिल्ली/रिया शर्मा: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने 49 किलो भारवर्ग में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। चानू इस CWG में अपने टाइटल का बचाव करने उतरी थीं। इससे पहले साल 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ में भी मीराबाई चानू ने गोल्ड मेडल जीता था। लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतकर मीराबाई काफी खुश हैं। हमारे सहयोगी दिल्ली टाइम्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं, क्योंकि तोक्यो ओलिंपिक के बाद मेरे लिए यह पहली बड़ी प्रतियोगिता थी और मैंने देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। इससे बड़ी खुशी की बात मेरे लिए क्या हो सकती है।’

मीराबाई तोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड से चूक गईं थी और उन्हें सिल्वर मेडल मिला था। वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा, ‘थोड़ा दबाव था। मैं तोक्यो ओलिंपिक के बाद खुद से लड़ रही थी। इस दौरान मैंने स्नैच पर काफी काम किया। जिस तरह की मैंने तकनीक अपनाई उससे साफ था अपना बेस्ट दूंगी। बस इसी चीज का दबाव था। हर बार ऐसा होता है। जो मैंने ट्रेनिंग में किया है, मुझे वही यहां भी कर के दिखाना था और मैंने करके दिखाया।’
कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही मीराबाई को बधाई संदेशों का ढेर लग गया। उन्होंने कहा, ‘यह पहली बार था जब मैंने देखा कि लोग मुझे इतनी बड़ी संख्या में चीयर कर रहे हैं। कई सारे भारतीय फैंस चीयर करने पहुंचे थे। यह देखकर काफी अच्छा लगा। ऐसा मेरे साथ कभी नहीं हुआ था। इस दौरान मुझे लगा कि मैं और भी कर सकती हूं।’

बता दें कि मीराबाई ने अपने स्पर्धा में कुल 201 किलो वजन उठाया। इस दौरान उन्होंने स्नैच में 88 किलो उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। वहीं क्लीन एंड जर्क में भी मीराबाई ने 113 किलो उठाकर अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। रिकॉर्ड पर बात करते हुए मीराबाई ने कहा, ‘मैंने सोचा था रिकॉर्ड मुझे रिकॉर्ड रखना है CWG के लिए। पहले भी मेरा था। अभी भी मेरा है और मैं चाहती हूं कि लंबे समय तक मेरा ही रहे। मैंने पूरी जान झोंक दी थी उसके लिए।’

उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने इस खेल में बहुत सारे बदलाव देखें हैं। यह सब मेरी ट्रेनिंग और आत्मविश्वास के कारण हुआ है। हर प्रतियोगिता के साथ, मैंने खुद में सुधार करने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर काम किया। इसी से मुझे आगे आने वाले प्रतियोगिताओं के लिए बेहतर करने का विश्वास भी मिलता है।’ वहीं यह पूछे जाने पर कि गोल्ड जीतने के बाद वह कैसे जश्न मनाएंगी, इस पर उन्होंने कहा, ‘मैंने घर जाने के लिए छुट्टी मांगी है, मैं घर जाके अपने परिवार के साथ ही जश्न मनाउंगी।