राजस्थान के भीलवाड़ा में हनी ट्रैप के जाल में फंसाने वाले एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। ये गैंग, धनाढ्य और सरकारी नौकरी पेशा लोगों को अपना शिकार बनाता है। गैंग प्लॉट दिखाने के बहाने बुलाया और बेहोश कर महिलाओं के साथ अश्लील वीडियो फोटो बनाकर ब्लैकमेल करता था। इस गैंग के पांच सदस्य गिरफ्तार हो गए हैं।
गैंग में एक पति-पत्नी भी शामिल
सुभाष नगर थाना अधिकारी रिणवा ने यह भी जानकारी दी की दर्ज एफआईआर पर तफ्तीश शुरू की। यह घटना सत्य पाए जाने पर फरियादी और आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल, मेडिकल परीक्षण और मौके का निरीक्षण किया गया। इस आधार पर इस घटना में लिप्त 3 महिलाओं सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक पति-पत्नी है।
थानाधिकारी नंदलाल रिणवा ने कहा कि यह मामला पूरी तरह से हनीट्रैप का है। पहले भी इस गिरोह ने धनी, प्रॉपर्टी डीलर और सरकारी कर्मचारियों को अपने जाल में फंसा कर उन्हें शिकार बनाया है। बात में उन्हें ब्लैकमेल कर लाखों रुपए वसूले हैं। इन लोगों ने 1 दर्जन से अधिक लोगों को अपने जाल में फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल कर रुपए वसूल करने की वारदातें कबूल की हैं।
कुछ वकीलों का भी हो सकता है खुलासा
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों ने कुछ वकीलों के नाम बताए हैं, जो पीड़ितों को इनके पास भेज देते हैं और फिर बीच में दलाली कर रुपए वसूल करवाते हैं। बाद में समझौता लिखवा कर दे देते हैं। गिरफ्तार आरोपियों के बताए गए वकीलों के नाम पर पुलिस जांच कर रही है। उनका भी खुलासा जल्द करेंगे।
गैंग के ये सदस्य हुए गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में मुकेश सेन उसकी पत्नी माया उर्फ पूजा मनोज सोनी मीना उर्फ मैना राव और कृष्णा शर्मा को गिरफ्तार किया है। कृष्णा शर्मा गिरोह की सरगना है, जो जिला अस्पताल में वार्ड लेडी है। ये शिकार फंसा उससे फ़ोन नम्बर लेकर दूसरी महिला के माध्यम से शिकार को बुलाते थे।
वारदातों को अंजाम देने का गैंग का तरीका
यह गैंग भीलवाड़ा शहर और आस पास के क्षेत्र में धनाढ्य व्यक्ति, प्रोपर्टी डीलर, डॉक्टर और अन्य सरकारी कर्मी से प्लॉट ख़रीदने, नौकरी लगवाने, घरों में साफ़ सफ़ाई करवाने के नाम पर मीठी मीठी बातें कर मिलने का प्रलोभन देते हैं। फिर सुनसान मकान या अपने मकान पर बुला पानी में नशीला पदार्थ मिला बेहोश कर उसके आपत्ति जनक फ़ोटो और वीडियो बना उन्हें वायरल करने और बलात्कार का मुक़दमा दर्ज करवाने की धमकी देकर शिकार की हैसियत के हिसाब से सौदा तय करते थे। इस गिरोह की सरगना कृष्णा शर्मा ज़िला अस्पताल में संविदा पर वार्ड लेडी के पद पर कार्यरत है, जो शिकार फंसा उसके फ़ोन नम्बर गिरोह की दूसरी महिला को देती थी।