बैंक सीडीआर में गिरावट के साथ अपनी लोन बुक में ग्रोथ दर्ज करना चाहते हैं. साथ ही बैंक उम्मीद कर रहे हैं कि कर्ज की मांग में गिरावट नहीं होगी. ऐसे प्रतिस्पर्धी माहौल में ये उम्मीद गलत नहीं होगी कि ज्यादातर बैंक कर्ज की दरों में बढ़ोतरी के साथ ही जमा दरों में भी इजाफा करेंगे. मार्च 2022 में जारी आरबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निजी बैंकों के 61 फीसदी और सरकारी बैंकों के 33 फीसदी कर्ज रेपो रेट से लिंक्ड हैं. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि निजी क्षेत्र के बैंक जमा दरों में ज्यादा इजाफा करेंगे.
2022-08-23