नई दिल्ली. मांग बढ़ने के कारण सरिया के दामों में एक बार फिर से तेजी आने लगी है. अप्रैल में रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद जून में सरिया की कीमतों में गिरावट आनी शुरू हुई थी और जुलाई के मध्य में तो दामों में करीब 4,500 रुपये टन की कमी आई थी. बाजार जानकारों का कहना है कि मॉनसून सीजन में मांग काफी कम होने के कारण अन्य भवन निर्माण सामग्रियों के दाम काफी गिरे थे. अब निर्माण गतिविधियों के धीरे-धीरे शुरू होने से सरिया सहित अन्य सामग्रियों के रेट चढ़ रहा है.
आपको बता दें कि देश में सरिये के भाव अप्रैल महीने में उच्चतम स्तर पर पहुंए गए थे और देश के कई शहरों में सरिया का भाव 85 हजार रुपये प्रति टन हो गया था. फिर जून में कीमतों में भारी गिरावट आई और रेट 45 हजार रुपये प्रति टन हो गए. जून अंत में फिर से सरिया के रेट चढ़ने शुरू हुए. इसके बाद 10 जुलाई के बाद सरिया के दामों में गिरावट आई. जुलाई अंत तक सरिया के रेट 59,000 रुपये टन तक आ गए.
क्या है सरिया का रेट?
देश में सरिया की कीमत पर नजर रखने वाली वेबसाइट Ayronmart के अनुसार, फिलहाल देश में सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर और कोलकाता में मिल रहा है. यहां इसका रेट 51,000 रुपये प्रति टन है. वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरिया का भाव देश में सबसे ज्यादा है और यहां ये 59,000 रुपये प्रति टन है.
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