स्तनपान न केवल आपके बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि यह आपके स्वयं के स्वास्थ्य की भी रक्षा करता है। चूंकि, स्तनपान में त्वचा से त्वचा का संपर्क होता है, इसलिए बच्चे को दूध पिलाते समय पर्सनल हाइजीन का बेहद ध्यान रखना चाहिए।
वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक’ मनाया जाता है। लोगों को मां और बच्चे के लिए स्तनपान से होने वाले फायदों को लेकर जागरूर करने के लिए यह सप्ताह मनाया जाता है। स्तनपान मां और बच्चे के जीवन का अनोखा चरण है। कहते हैं कि स्तनपान से मां और बच्चे के बीच का रिश्ता मजबूत होता है। स्तनपान बच्चे के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व देने और उसे पूर्ण रूप से सुरक्षित रखने का प्राकृतिक तरीका है। मां का दूध शिशु के लिए एक उत्तम उपहार है जो उसे संपूर्ण पोषण प्रदान करने की क्षमता रखता है। इसमें प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले एंटीबॉडी और स्वस्थ एंजाइम होते हैं। इतना ही नहीं यह न केवल आपके बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देता है, बल्कि यह आपके स्वयं के स्वास्थ्य की भी रक्षा करता है। चूंकि, स्तनपान कराते समय त्वचा से त्वचा का संपर्क होता है, इसलिए बहुत जरूरी है कि आप अपने बच्चे को दूध पिलाने को लेकर हाइजीन का थोड़ा ध्यान रखें। डॉक्टर के अनुसार, बच्चे को मां का दूध पिलाते समय पर्सनल हाइजीन का बेहद ध्यान रखना चाहिए। इससे मां और बच्चे दोनों में किसी भी कीटाणु से संक्रमित होने का खतरा भी नहीं रहेगा।