बीमा एजेंट के कमीशन का दायरा हो सकता है फिक्स, नियामक ने 20 फीसदी के कैप का रखा प्रस्ताव

नई दिल्ली. भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने बीमा एजेंट्स के कमीशन को 20 फीसदी तक सीमित करने का प्रस्ताव रखा है. यह एक शख्स द्वारा लिए गए बीमा के कुल प्रीमियम का 20 फीसदी होगा. यह बदलाव जनरल व स्वास्थ्य बीमा के लिए प्रस्तावित है. इरडा ने इसके अलावा एक्सपेन्स ऑफ मेनेजमेंट (ईओएम) पर खर्च की सीमा को प्रीमियम के 30 फीसदी तक फिक्स करने का प्रस्ताव रखा है.

ईओएम में बीमादाता द्वारा दिया जाने वाला कमीशन व अन्य खर्च शामिल होते हैं. इरडा की ओर से जारी एक नोटिस में कहा गया है कि सभी हितधारक अगर इस प्रस्ताव के संबंध में कोई सुझाव देना चाहें तो 14 सितंबर 2022 को शाम 5 बजे तक umandeep.ghosh@irdai.gov.in और umandeep.ghosh@irdai.gov.in को ईमेल कर सकते हैं.

क्यों लाया गया है ये प्रस्ताव?
इरडा द्वारा जारी नोटिस के अनुसार, बीमाकर्ताओं को नए बिजनेस मॉडल, उत्पादों और रणनीतियों और आतंरिक प्रक्रियाओं के विकास में मदद करने के लिए आईआरडीएआई रेग्युलेशन, 2016 की समीक्षा की जा रही है. इरडा के मुताबिक इससे बीमाकर्ताओं को उनकी ग्रोथ टारगेट व निरंतर बदलती बीमा जरूरतों के अनुरूप खर्च को मैनेज करने में भी मदद मिलेगी.

प्रस्तावित प्लेटफॉर्म पर करना होगा रजिस्टर
हाल ही में इरडा ने कहा था कि वह नया प्लेटफॉर्म लाने की योजना बना रही है. इस प्लेटफॉर्म पर सभी इंश्योरेंस कंपनियां लिस्टेड होंगी. यहां से इंश्योरेंस की खरीद, सर्विसिंग और भुगतान क्लेम किया जा सकेगा. इसके अलावा अगर कोई पॉलिसी एजेंट अगर बीमा बेचना चाहता है तो उसे इस प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर करना होगा. इसके बाद वह किसी भी कंपनी का इंश्योरेंस बेच सकेगा. सीएनबीसी टीवी 18 की एक खबर के अनुसार, बीमा नियामक ने इस नए प्लेटफॉर्म को लेकर इंश्योरेंस कंपनियों के सीईओ के सामने प्रेजेंटेशन भी दी थी. इरडा इस साल के अंत तक इस प्लेटफॉर्म को पेश कर सकती है. इसका रेग्युलेशन भी इरडा ही करेगा.

नई सेवाओं के लिए इरडा की अनुमति की जरूरत नहीं
इरडा ने इससे पहले लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों को आजादी थी कि अब वे बैगर उसकी अनुमति के नए प्रोडक्ट्स लॉन्च कर सकते हैं. इससे पहले यह सुविधा केवल स्वास्थ्य बीमा कंपनियों के पास थी. इससे लोगों को जीवन बीमा पॉलिसी में नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं.