सोलन में कांग्रेस और भाजपा में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति अब चरम पर पहुंच चुकी है | पिछले कल भाजपा द्वारा उपायुक्त सोलन को ज्ञापन सौंपा और उसमे कुछ कांग्रेस पदाधिकारियों पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने शूलिनी मेले के दौरान क़ानून की धज्जियां उड़ाई और जिला प्रशासन और पुलिस के समक्ष धारा 144 का उलंघन किया | जिस पर कांग्रेस पूरी तरह से तिलमिला गई और शहरी कांग्रेस अध्यक्ष अंकुश सूद ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया और भाजपा नेताओं पर कई तीखे प्रहार किए | उन्होंने भाजपा का नाम भारतीय जनता पार्टी नहीं अब भारतीय जुमला पार्टी रख देना चाहिए क्योंकि आज कल भाजपा के नेता पूरी तरह से बौखला चुके है और अपनी सभी हदे पार कर रहे है | उन्होंने कहा कि उनके नेता और मंत्री सरे आम क़ानून की धज्जियां उड़ा रहे है लेकिन इलज़ाम वह कांग्रेस पर लगाना चाहते है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर भाजपा ने आरोप लगाया है कि उनके कार्यकर्ताओं ने धारा 144 की उलंघना की है लेकिन अगर वह अपने इस आरोप को साबित कर देंगे तो वह शहरी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे |
शहरी कांग्रेस अध्यक्ष अंकुश सूद ने इस मौके पर कहा कि भाजपा के मंत्री राजीव सैजल नियमों को दरकिनार भारी भीड़ जुटा कर उद्घाटन किया | भाजयुमों के कार्यकर्ता भारी भीड़ जुटा कर सरकारी रेस्ट हाऊस में नारे बाजी की | भाजयुमो द्वारा शहर में रैली निकाल कर चाईना का बहिष्कार किया और खुल कर नारे बाजी की और सरे आम क़ानून की धज्जियां उड़ाई गई कार्रवाई तो भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं पर होनी चाहिए थी लेकिन उल्टा भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस पर आरोप लगा रहे है कि उनके द्वारा धारा 144 की उलंघना की गई | उन्होंने कहा कि भाजपा माता शूलिनी को लेकर ओच्छी राजनीति करना चाहती है लेकिन कांग्रेस ईंट का जवाब पत्थर से देने को तैयार है | उन्होंने कहा कि भाजपा अब यह साबित करे कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धारा 144 की उलंघना की है अन्यथा सोलन की जनता के सामने वह लिखित में माफ़ी मांगे अन्यथा उनके ऊपर मानहानि का दावा किया जाएगा | उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा उपयुक्त को दी गई लिस्ट में उन लोगों को नाम भी शामिल किया गया है जो अपने बिस्तर से हिल भी नहीं सकते और उनका अस्पताल से ईलाज चल रहा है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं कोई भी मंदिर में नहीं आया है और न ही किसी तरह धारा 144 की उलंघना की है |
वहीँ कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता जगमोहन मल्होत्रा ने कहा कि भाजपा में अंदरूनी कलह चल रही है इस लिए वह कांग्रेस पर आरोप लगा कर अपने ही कार्यकर्ताओं पर निशाना साधना चाहती है उन्होंने कहा कि जिन भाजपा नेताओ के नाम उपयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया वह उस समय वहां मौजूद नहीं थे जिस से पता चलता है कि वह जानते थे कि जो आरोप कांग्रेस पर लगाए जा रहे थे वह निराधार थे | उन्होंने कहा कि माता के मंदिर में कैमरे लगे है उनकी गहनता से जांच की जानी चाहिए जो भी दोषी हो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए | उन्होंने कहा कि अगर भाजपा अपने इस कार्य के लिए कांग्रेस से माफ़ी नहीं मानते तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे |
वहीँ सोलन नगर परिषद की पार्षद पार्वती तनवर और महिला मोर्चा हिमाचल की उपाध्यक्ष उषा शर्मा ने भाजपा पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि शूलिनी माता शोभा यात्रा के दौरान कोई भी कांग्रेस कार्यकर्ता मंदिर नहीं गया और न ही किसी तरह की उलंघना उनके द्वारा की गई है लेकिन भाजपा पूरी तरह से बौखला चुकी है इस लिए वह मनघड़ंत आरोप कांग्रेस पर लगा रही है | उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह मंदिर में लगे सभी कैमरों की वीडियों रिकॉर्डिंग की जांच करे और उन्हें पूरा यकीन है उसमे कांग्रेस के नहीं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ता ज़रूर नज़र आएँगे | उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी है कि वह अपनी गल्ती के लिए माफ़ी मांगे या फिर परिणाम भुगतने को तैयार रहें |