सोलन में कल महृषि बाल्मीकि जयंती धूम धाम से मनाई जाएगी लेकिन इस बार इस का स्वरूप बेहद छोटा होगा | यह जानकारी वाल्मीकि सुधार समिति के अध्यक्ष प्रेम चंद मट्टू ने मीडिया को दी | उन्होंने कहा कि आज कल कोरोना संक्रमण फैला हुआ है और नियमानुसार किसी भी कार्यक्रम में ज़्यादा भीड़ एकत्र नहीं हो सकती है | इस लिए वाल्मीकि सुधार समिति द्वारा कोई बड़ा आयोजन नहीं किया जा रहा है | लेकिन यह आयोजन पूर्ण विधि विधान और श्रद्धा से वाल्मीकि मंदिर में आयोजित किया जाएगा | उन्होंने सभी शहर वासियों को इस मौके पर वाल्मीकि जयंती की बधाई दी और कहा कि सभी उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलें और देश के विकास में योगदान दें |
अधिक जानकारी देते हुए वाल्मीकि सुधार समिति के अध्यक्ष प्रेम चंद मट्टू ने बताया कि 31 अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती को मनाया जा रहा है कोरोना की वजह से इस जयंती पर जिस तरह पहले विशाल शोभा यात्रा शहर में निकाली जाती थी वह इस बार रद्द कर दी गई है लेकिन मंदिर में सभी रीति रिवाजों के अनुसार यह पवित्र दिन मनाया जाएगा ताकि भावी पीड़ी को महाऋषि वाल्मीकि जी के बारे में पता चले और वह उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चल सकें | उन्होंने कहा कि महाऋषि वाल्मीकि ने रामायण लिखी और उसके आधार पर ही भारत वर्ष में दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है | महर्षि भूत भविष्य सभी जानते थे उनकी शक्ति को आज पूरा विश्व मानता है इस लिए वह उन्हें कोटि कोटि प्रणाम करते है |