Agneepath scheme, playing with the youth, cherish the dream of joining the army: Sukhu

भाजपा साढ़े चार के शासन में पनपा माफिया राज : सुक्खू

भाजपा के साढ़े चार के शासन में पनपा माफिया राज : सुक्खू
-पुलिस पेपर लीक ने लाखों युवाओं की उम्मीदों पर फेरा पानी
-पेपर लीक कर भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को लगाना चाह रही नौकरी
शिमला।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष व स्क्रीनिंग समिति सदस्य सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार के पिछले साढ़े चार के शासन में माफिया राज पनपा है। चाहे वह ड्रग, खनन या फिर पेपर लीक माफिया हो। पुलिस पेपर लीक ने लाखों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरा है। पौने दो लाख युवा पुलिस भर्ती में शामिल हुए। हमीरपुर जिला में तो भर्ती का परिणाम भी निकल गया। माफिया ने भाजपा सरकार की नाक के नीचे इसे अंजाम दिया है। वह यहां कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारोंं से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने ही भर्ती परीक्षा ली, पुलिस के पास से ही पेपर लीक हुआ और अब पुलिस की एसआईटी ही इसकी जांच कर रही है। स्थिति मैं ही चोर, मैं ही कोतवाल वाली है। 2019 में हुई पुलिस भर्ती भी विवादों मेंं रह चुकी है। प्रदेश सरकार ने बावजूद इसके पुलिस भर्ती को फुलप्रूफ बनाने के लिए कोई कदम नहींं उठाए। प्रदेश में 11 लाख बेरोजगार है, उनके लिए सरकार के पास रोजगार की कोई नीति नहीं है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को किसी न किसी तरीके से सरकारी नौकरी में लगाना चाहती है। पुलिस भर्ती का पेपर लीक भी इसी कड़ी का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने सिर्फ सिराज में या फिर अपने, मंत्रियों के रिश्तेदारों, करीबियों को नौकरी देने का काम किया है। बैकडोर से भर्तियां हो रही हैं। कांग्रेस आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर बड़े खुलासे करेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बताएं कि प्रदेश में साढ़े चार साल में आम आदमी को कितनी नौकरियां दीं।
भाजपा सरकार सभी मोर्चों पर फेल हुई है। चाहे कानून एवं व्यवस्था हो, महंगाई, बेरोजगारी, नशाखोरी, अपराध या फिर विकास का मुद्दा हो। मुख्यमंत्री बताएं कि धर्मशाला विधानसभा के मुख्य गेट पर खालिस्तान के झंडे कैसे लग गए। पुलिस कहां सो रही थी। विधानसभा भवन के बाहर सीसीटीवी कैमरे क्योंं नहीं लगाए गए हैं। चुनाव के समय ही इस तरह की गतिविधियां क्यों होती हैं। सरकार स्पष्टï करे कि सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर किस स्तर पर चूक हुई और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।