भारत की बेटी भावना ने बढ़ाया देश का मान, -25 डिग्री में यूरोप की सबसे ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा

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भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया गया. एक तरफ़ जहां देश में लोग अपने अपने तरीके से आजादी का जश्न मना रहे थे, वहीं दूसरी तरफ भारत की बेटी भावना डेहरिया ने सोमवार को यूरोप की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एल्ब्रस पर तिरंगा फहरा दिया

भावना ने बढ़ाया देश का मान

भारतीय पर्वतारोही भावना डेहरिया मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के तामिया की रहने वाली हैं. 30 वर्षीय भावना ने पर्वतारोहण कर तिरंगे के साथ ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाया. भावना इससे पहले माउंट एवरेस्ट की चोटी भी फ़तह कर चुकी हैं. इस बार भावना ने रूस-जॉर्जिया सीमा पर स्थित यूरोप की 5,642 मीटर ऊंची पर्वत चोटी पर चढ़ाई की है.

15 महीने की बच्ची की मां हैं

Bhavna

भावना ने माउंट एल्ब्रस से एक संदेश देते हुए कहा कि, ‘पर्वत की चोटी के आसपास मौसम बहुत सर्द था. इसके साथ ही 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा बह रही थी. तापमान शून्य से 25 डिग्री सेल्सियस कम रहने की वजह से दृश्यता भी कम थी.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘इतनी सर्दी के मौसम के बीच हमारे लिए कुछ मिनट का आराम भी मुश्किल था. हालांकि बच्ची को जन्म देने के बाद मैंने खुद को पर्वतारोहण के लिए मानसिक रूप से तैयार किया.’ बता दें कि भावना की 15 महीने की बेटी है.

कही अपने मन की बात

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भावना ने इस संबंध में बताया कि, ‘उन्होंने खुद को इस दिन के लिए तैयार किया और तामिया के पहाड़ों में बहुत अभ्यास किया. इससे उन्हें माउंट एल्ब्रस की चोटी पर रिकॉर्ड समय से पहले पहुंचने में सफलता मिली.’ भावना ने इस पर्वतारोहण अभियान को सबसे मुश्किल और थकाऊ अभियानों में से एक माना है. इस अभियान में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड और भारतीय स्टेट बैंक ने भावना की मदद की है. बता दें कि 22 मई 2019 को भावना माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला बनी थीं. उसी साल उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माउंट कोसकियुस्ज्को पर चढ़ाई की.

भावना ने माउंट एल्ब्रस की चोटी पर तिरंगा लहराने की तस्वीरें साझा करते हुए पूरे देश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई भी दी. उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट के कैप्शन में लिखा कि, “देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर सभी भारतवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. मुझे यह साझा करते हुए गर्व हो रहा है कि मैंने इस महापर्व को समुद्र तल से 5642 मी (18510 फीट) की ऊंचाई पर यूरोप के सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर मनाया. जय हिंद जय भारत.”