भारी बारिश के साथ शहर में निकल आया मगरमच्छ, खतरनाक जानवर को गली में तैरते देख मच गया हड़कंप

मगरमच्छ बेहद ही खतरनाक और खूंखार जानवर होता है. आम लोगों के लिए भी यह बिल्कुल सुरक्षित नहीं होता. इंसान हो या जानवर एक बार जो उसकी पकड़ में आया फिर वो उसका खात्मा करके ही दम लेता है. अमूमन ये जानवर नदियों, तालाबों में ही नजर आते हैं. रिहायशी इलाकों से इनका कोई लेना देना नहीं. लेकिन एक शहरी इलाके में जब गलियों में घूमता हुआ मगरमच्छ नजर आया तो हड़कंप मच गया.

ट्विटर के @Pankajtumhara पर शेयर वीडियो के जरिए पता चला कि कैसे एक शहर के भीतर मगरमच्छ घुस गया. अमूमन नदियों, तालाबों और समंदर में रहने वाले घड़ियाल को शहर के बीच देख इलाके में हड़कंप मच गया. लोग घरों की छत पर चढ़कर मगरमच्छ को निहारते नजर आए. मामला एमपी के शिवपुरी का है, जहां भारी बारिश के बाद मगरमच्छ दिखा जो की रिहायशी इलाके के लिए बेहद असामान्य घटना थी.

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शहर में घुसा मगरमच्छ तो मच गया हड़कंप
मामला मध्यप्रदेश के शिवपुरी का बताया गया जहां पर भारी बारिश के बाद रिहायशी कॉलोनी के अंदर एक मगरमच्छ को देखकर लोग दहशत में आ गए. जैसे ही लोगों के बीच यह खबर फैली कि बारिश के पानी के साथ एक मगरमच्छ भी शहर में घूमने लगा है तो लोग अपने अपने घरों की छत पर चढ़ गए और मगरमच्छ को घूरते नजर आए. शहरवासियों के लिए यह घटना बेहद असामान्य थी. जो लोग कभी चिड़िया घर नहीं गए होंगे उन्होंने इसस पहले तस्वीरों और टीवी के जरिये ही मगरमच्छ देखा होगा. लेकिन आज वो सब अपनी कॉलोनी में घर के सामने से मगरमच्छ को जाता देख कर अचरज में थे. आनन फानन में मगरमच्छ की सूचना वन विभाग को दी गई और करीब 1 घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को रेस्क्यू कर शहर से बाहर निकाला गया.

बारिश के पानी के साथ शहर में पहुंच गया मगरमच्छ
शहर में तैरते मगरमच्छ की सूचना फौरन माधव राष्ट्रीय उद्यान को दी गई. जहां से एक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और करीब एक घंटे के ऑपरेशन के बाद मगरमच्छ को पकड़ने में कामयाबी हाथ लगी. पकड़ में आने के बाद मगरमच्छ को साख्य सागर झील में छोड़ दिया गया. अधिकारियों के मुताबिक भारी बारिश के चलते किसी नदी नाले से होते हुए मगरमच्छ शहरी इलाकों में आ गया होगा, लेकिन यह घटना लोगों के बीच दहशत भर गई. गनीमत इतनी ही थी कि समय पर मगरमच्छ का रेस्क्यू कर लिया गया और कोई बड़ी घटना नहीं घटी. वरना इस खूंखार जानवर के आगे आने वाला कोई भी इसका शिकार हो सकता था.