भारी बारिश ने बरपाया कहर, चंबा में गाड़ियां बहीं, 20 घर क्षतिग्रस्त, कांगड़ा में टापू पर फंसे आठ लोग

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने फिर कहर बरपाया है। प्रदेश के चंबा जिले में अलर्ट के बीच रात से जारी भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। जगह-जगह भूस्खलन होने व मलबा आने से कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। जिले के भटियात के जतरुंड में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। यहां दो गाड़ियां बह गई हैं और 20 मकानों को नुकसान पहुंचा है। सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। एसडीएम डलहौजी जगन ठाकुर  ने कहा कि भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है।

राज्य आपदा संचालन केंद्र शिमला की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार सुबह तक प्रदेश में 87 सड़कें यातायात के लिए ठप थीं। इसके अलावा 38 बिजली ट्रांसफार्मर और तीन पेयजल परियोजनाएं भी प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा चंबा जिले में 37 व कुल्लू में 32 सड़कें ठप पड़ी हैं।  प्रदेश में जारी बारिश से मानसून सीजन के दौरान अभी तक 1,13,043 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।

पिकअप गाड़ी बही।
भारी बारिश के चलते बनीखेत के पद्दर नाले में बाढ़ आने से सड़क किनारे खड़ी पिकअप गाड़ी व एक कार  बह गई। साथ ही नाले के साथ घरों व दुकानों में मलबा घुस गया। इससे लोगों में दहशत मच गई।

गाड़ी क्षतिग्रस्त।
 पिकअप गाड़ी पानी के तेज बहाव में बहने के बाद 200 मीटर आगे जाकर नाले के किनारे रुकी। हालांकि कार नाले में बह गई। दहशत में लोगों को रात 2:00  बजे के करीब अपने घरों से भागकर जान बचानी पड़ी।
खड्ड के बीच टापू पर फंसे लोग।
उधर, कांगड़ा जिले में थुरल महाविद्यालय के पास न्यूगल खड्ड के बीच टापू पर करीब आठ लोग फंस गए। खड्ड में जल स्तर बढ़ने से लोग टापू पर फंसे हुए हैं। प्रशासन की ओर से बचाव कार्य जारी है। सूचना मिलते ही एसडीएम धीरा, डीएसपी पालमपुर, पुलिस प्रशिक्षण केंद्र डरोह इंजीनियरिंग के जवान भी मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर है।
सड़कों पर आया मलबा।
वहीं, रामपुर में बारिश से एनएच-5 धंस गया है। ऐसे में कभी भी मार्ग बंद हो सकता है। भारी बारिश के चलते एचएस खनेरी के पास भूस्खलन की चपेट में आया है।  एनएच धंसने से कभी भी शिमला और किन्नौर का संपर्क कट सकता है। धर्मशाला में खड़ा डंडा सड़क पर मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है।