हिमाचल प्रदेश की मंडी जिला पुलिस ने नशे का काला कारोबार करने वाले मुख्य सरगनाओं को पकड़ कर उनकी संपत्ति भी केस के साथ अटैच करने का कार्य शुरू कर दिया है। जिससे नशे के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
ताजा मामले में वीरवार को जिला पुलिस की एम टीम ने बालीचौकी में दबिश दी और सर्च ऑपरेशन के बाद वहां पर मंडी के बल्ह के ढाबण निवासी कालिदास व कुल्लू के एक व्यक्ति से इनोवा कार में 11 किलो 584 ग्राम चरस बरामद की गई। इसके बाद पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की जोकि देर रात तक जारी रही। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं मुख्य आरोपी कालिदास की करीब एक करोड़ की संपत्ति जिसमें करीब दो लाख पांच हजार रूपये कैश, 16 लाख की ज्वैलरी, सात बैंक पास बुक, दो मकान, 6 गाड़ियां जिसमें 3 ट्रक, 1 पिकअप, 1 सैंट्रो व एक इनोवा कार शामिल है को सीज किया गया है। वहीं आरोपी के कबाड़ के स्टोर से भी 23 किलो तांबा की तार व 123 किलो के करीब अन्य प्रकार का धातु भी सीज किया गया है।
जानकारी देते हुए एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि चरस की खेप के साथ पकड़े गए शहर के सौली खड्ड में कबाड़ का काम करने वाले व्यक्ति की संपत्ति की जांच के लिए एएसपी के नेतृत्व में एक एसआईयू का गठन किया जाएगा, जिसमें पांच सदस्य होंगे। यह टीम नशे के कारोबार में संलिप्त पकड़े गए मुख्य आरोपी की संपत्ति की जांच करेगी।
उन्होंने बताया कि यह मामला कई दिनों से पुलिस के ध्यान में था, जिसमें अब जाके पुलिस को सफलता हाथ लगी है। एसपी ने आगाह किया है कि नशे का अवैध कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। वहीं बीते रोज जिला के औट थाना के अंतर्गत चिट्टे और कैश के साथ पकड़े गए आरोपी के मामले में एसपी ने बताया कि इसके पीछे भी एक बड़े गिरोह का हाथ होने की उम्मीद है। पुलिस हर पहलू को लेकर जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि आरोपी के घर पर पुलिस को केवल 2.86 ग्राम चिट्टा मिला, लेकिन वहां पर करीब 6 लाख से ज्यादा रूपए कैश भी मिले हैं, जिनके बारे में आरोपी सही जानकारी नहीं दे पाया है। अब पुलिस ने शक के आधार पर रूपयों को भी सीज कर लिया है। वहीं मामले में फाइनेंशियल जांच जारी है। एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि काफी समय से पुलिस इस प्रकार के बड़े तस्करों की धरपकड़ में लगी है और आने वाले समय में भी यह जारी रहेगी।