मुंबई. मुंबई की आरे कॉलोनी बीते कुछ दिनों से खबरों में बनी हुई है. आरे कॉलोनी में पेड़ काटने को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है. अब मुंबई पुलिस ने सोमवार को आरे कॉलोनी इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है. इसके साथ ही आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत नोटिस जारी किए जाने के बावजूद वहां विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे दो लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी है.
वनराय पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने रविवार को तबरेज सैय्यद और जयेश भिसे को सीआरपीसी की धारा 149 के तहत नोटिस दिया था. जिसमें उन्हें आरे में मेट्रो कार शेड के निर्माण का विरोध करने के लिए अवैध रूप से एकत्र होने से रोका गया था. उन्होंने कहा कि इलाके में पुलिस की तैनाती बढ़ाने के साथ बैरिकेड लगाए गए हैं. साथ ही सड़कों को या तो बंद कर दिया गया है या मार्ग में बदलाव किया गया है.
आरे कॉलोनी इलाके में सिर्फ निवासियों को ही प्रवेश
प्रदर्शनकारियों के मुताबिक आरे कॉलोनी इलाके में सिर्फ निवासियों को ही प्रवेश दिया जा रहा है और पुलिस बाहर से आने वाले लोगों को रोक रही है. सोशल मीडिया पर आरे में पेड़ों को गिराने और काटने का एक वीडियो प्रदर्शनकारियों द्वारा शेयर किया जा रहा है. एक अधिकारी ने कहा कि बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) उपक्रम ने पेड़ों की कटाई के कारण वहां से चलने वाली कुछ बसों के मार्ग में परिवर्तन किया है.
मुद्दा कानूनी विवाद में उलझ हुआ है
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने कार्यभार संभालने के बाद प्रशासन को आरे कॉलोनी में मेट्रो-थ्री कार शेड बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. महा विकास अघाड़ी की पिछली सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के तहत प्रस्तावित कार शेड साइट को आरे कॉलोनी से कांजुरमार्ग में स्थानांतरित कर दिया था. फिर यह मुद्दा कानूनी विवाद में उलझ गया.
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी अपील कर चुके हैं प्रदर्शनकारी
पिछले प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से शहर आरे कॉलोनी के पेड़ों को गिराने और काटने से बचाने और हस्तक्षेप करने की अपील कर चुके हैं.