महाराष्ट्र में फ़िलहाल केंद्रीय जांच एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं। फ़िलहाल आयकर विभाग ने मराठवाड़ा के 3 स्टील उद्योगपतियों के यहां छापेमारी की है। इसके पहले शिवसेना नेता संजय राउत को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
अदालत में पेश किये जायेंगे संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत को भी कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अदालत ने उन्हें ईडी की हिरासत में भेजा था। आज उनकी कस्टडी खत्म हो रही है। जिसके बाद उन्हें गुरुवार को दोबारा कोर्ट में पेश किया जायेगा। ईडी आज फिर उनकी कस्टडी की मांग कर सकती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट राउत को ईडी में हिरासत में भेजती है या नहीं। संजय राउत को ईडी ने पात्रा चॉल घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था।
क्या है पात्रा चॉल घोटाला?
आपको बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत इसी घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किए गए हैं। इस घोटाले की शुरुआत साल 2007 से हुई थी। तब यह आरोप लगा था कि म्हाडा के साथ गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया। शुरुआत में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रीडेवलपमेंट का कार्य गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को दिया था।
इस मामले में 1034 करोड रुपए के घोटाले का आरोप है। यह कंपनी प्रवीन राउत की है। जो शिवसेना सांसद संजय राउत के करीबी मित्र हैं। इस कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। यहां पत्र में 3000 से ज्यादा फ्लैट बनाए जाने थे। जिसमें से 672 साल के चॉल निवासियों को मिलने थे। लेकिन जमीन प्राइवेट बिल्डरों को बेच दी गई।