मिल गया दुनिया का सबसे गर्म पत्थर, इसे हीरे का विकल्प माना जा रहा है

धरती के गर्भ में अनेकों तरह की चीजें छुपी रहती हैं. कुछ खतरनाक हैं तो कुछ बेशकीमती. इन्हीं में से एक है जिरकॉन पत्थर, जिसे हीरे के विकल्प के रूप में देखा जाता है. इस पत्थर के बारे में एक खास बात हम आपको बताने जा रहे हैं. 

दुनिया का सबसे गर्म पत्थर 

दरअसल, जिरकॉन को दुनिया के सबसे गर्म पत्थर के रूप में मान्यता मिल गई है. हाल ही में प्राप्त हुए इसके चार दानों पर जब अध्ययन किया गया तो ये बात सामने आई कि ये दुनिया का सबसे गरम पत्थर है. इस बात की पुष्टि हर ली गई है कि यह पत्थर 2370 डिग्री सेल्सियस पर बनता है. 

नासा जॉनसन स्पेस सेंटर ने पृथ्वी विज्ञान के पोस्ट डॉक्टोरल छात्र गेविन टोलोमेटी, कैथरीन नीश और टिमन्स एरिकसन, थर्मोमैकेनिकल मेटलर्जी प्रयोगशाला से गॉर्डन ओसिंस्की और केरॉन सिरिल ने इस स्टडी को पूरा किया है. जिसे जर्नल में पब्लिश किया गया. 

स्टडी से हुई पुष्टि 

Zircon Wiki

लैब्राडोर में मिस्टास्टिन लेक इम्पैक्ट क्रेटर में ओसिंस्की के साथ काम कर रहे पीएचडी के छात्र माइकल ज़ानेटी को साल 2011 में एक कांच की चट्टान मिली. इस चट्टान के अंदर छोटे ज़िरकॉन के दाने जमे थे. इसके बाद इस चट्टान पर स्टडी की गई और पाया गया कि वह एस्टेरॉयड के प्रभाव से 2,370 डिग्री सेल्सियस तापमान पर बना है. 2017 में पब्लिश की गई एक स्टडी में इसके निष्कर्षों के बारे में बताया गया था.

इसके पीछे है खास मकसद 

Zircon phys

2009 और 2011 में टोलोमेटी और उनके साथियों द्वारा जिरकॉन के चार दाने खोजे गए थे. शोधकर्ताओं ने इस बात के सबूत दूसरी जगह से भी प्राप्त किए हैं. टोलोमेटी का कहना है, ‘सबसे बड़ा मकसद तो यह है कि हमें इस बात का बेहतर अंदाजा है कि ये एस्टेरॉयड की गर्मी से पिघली हुई चट्टानें कितनी गर्म होती हैं. उल्कापिंड से टकराने पर बनने वाली चट्टानें खास क्रेटर में पिघलने के इतिहास और ठंडा होने के बारे में बेहतर अंदाजा देती हैं.’

टोलोमेटी ने यह भी पाया कि कांच के नमूने और पिघलने वाले नमूनों जैसे ज़्यादातर संरक्षित किए गए सबूत क्रेटर की सतह के नजदीक पाए गए थे. खोज में यह पाया गया है कि जब ज़िरकॉन उच्च दबाव और तापमान से गुजरता है तब एक खनिज बनता है. टीम को तीन रीडाइट मिले जो अभी भी जिरकॉन के दानों में संरक्षित थे.