Ashok Gehlot Mohammed Zubair: मोहम्मद जुबैर की रिहाई के बहाने कांग्रेस ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी झूठ एक्सपोज करने वाले हर व्यक्ति को जेल में डाल देती है।
गहलोत के ट्वीट मायने
दरअसल, राजस्थान में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद बीजेपी ने गहलोत सरकार को जमकर घेरा था और गहलोत सरकार से इस्तीफा तक की मांग कर दी थी। बीजेपी ने राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन किए थे। इस घटना के बाद राजस्थान सरकार की भारी फजीहत हुई थी। बीजेपी गहलोत पर तुष्टिकरण का भी आरोप लगाया था। बीजेपी के हमलों के बाद गहलोत सरकार बैकफुट पर आ गई थी। अब जुबैर की रिहाई के बाद गहलोत ने केंद्र और बीजेपी को निशाने पर ले लिया है।
राजनीतिक चमकाने का मौका
जुबैर की रिहाई को कांग्रेस एक राजनीतिक मौके की तरह देख रही है। गहलोत और पी चिदंबरम का ट्वीट को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है। ईडी में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की आज होने वाली पेशी और राहुल गांधी की पेशी को लेकर कांग्रेस पहले से ही केंद्र सरकार से दो-दो हाथ करने मूड में है। ऐसे में वह जुबैर के जरिए बीजेपी को घेर रही है।
‘झूठ एक्सपोज करने वाले व्यक्ति को जेल में डालने का चलन’
जुबैर के रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का गहलोत ने स्वागत करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को रिहा करने के आदेश स्वागत योग्य है। भाजपा सरकारों द्वारा ऐसी कार्रवाई करना निंदनीय है। अभी देश में दूसरी विचारधारा और भाजपा के झूठ को एक्सपोज करने वाले हर व्यक्ति को जेल में डालने का चलन हो गया है। गहलोत के इस ट्वीट को उनकी राजनीतिक स्टाइल से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इस ट्वीट से उन्होंने बीजेपी और केंद्र दोनों पर निशाना साधा है। राज्य में कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी बीजेपी है और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत हर कमजोर कड़ी को दुरुस्त करने में जुटे हैं। हालांकि, गहलोत के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनसे कई सवाल भी पूछ रहे हैं।
चिदंबरम का ट्वीट- जुल्म पर आजादी की जीत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ‘ऑल्ट न्यूज’ के सह- संस्थापक मोहम्मद जुबैर के जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद बुधवार को कहा कि जुबैर की रिहाई जुल्म पर आजादी की जीत है। पूर्व गृहमंत्री ने ट्वीट किया, ‘मोहम्मद जुबैर को रिहा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभारी हूं। यह जुल्म पर आजादी की जीत है। सुप्रीम कोर्ट को अन्य सभी ‘जुबैरों’ को भी रिहा करना चाहिए और गिरफ्तारी की शक्ति के दुरुपयोग को समाप्त करना चाहिए।’ उन्होंने लोगों का आह्वान किया , ‘स्वतंत्रता के हर प्रेमी को ‘आई ऐम मोहम्मद जुबैर’ हैशटैग’ का उपयोग करके ट्वीट करना चाहिए। स्वतंत्रता और आजादी के अनमोल अधिकारों पर अपने विचार ट्वीट करें।’ चिदंबरम ने कहा, “उच्चतम न्यायालय के 11 जुलाई, 2022 के फैसले के बाद, आज का फैसला फिर से पुष्टि करता है कि गिरफ्तारी की शक्ति का दुरुपयोग समाप्त होना चाहिए।’ मोहम्मद जुबैर को बुधवार रात 24 दिन बाद दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। इससे कुछ घंटे पहले ही उच्चतम न्यायालय ने जुबैर को उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में जमानत दे दी थी।