यदि हम जिताऊ उम्मीदवार नहीं हैं, तो हमें भी टिकट नहीं मिलना चाहिएः विक्रमादित्य सिंह

शिमला. हिमाचल प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सूबे में सियासी सरगर्मी बढ़ी है. कांग्रेस ने भी जनसंपर्क अभियान तेज किया. कांग्रेस के शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने रोहड़ू और करसोग का दौरा किया है.

कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘’मुख्य सचिव को उनके पद से रातोरात क्यों हटाया?

विधानसभा चुनाव के टिकट आवंटन को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने बड़ा बयान दिया है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का टिकट केवल सर्वे के आधार पर दिया जाना चाहिए. यदि हम भी जिताऊ उम्मीदवार नहीं हैं, तो हमें भी टिकट नहीं मिलना चाहिए.

इससे पहले, विधायक विक्रमादित्य सिंह करसोग के माहूंनाग देवता के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर सोमवार को उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे. यहां भी विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव अब नजदीक हैं.

ऐसे में करसोग विधानसभा क्षेत्र में भी पार्टी टिकट के कई दावेदार है. ये अच्छी बात है कि स्वस्थ प्रतियोगिता होनी चाहिए, लेकिन कांग्रेस का टिकट किसी एक उम्मीदवार को ही मैरिट के आधार पर मिलेगा.उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि टिकट सर्वे के आधार पर ही मिलेगा.

विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा की जयराम सरकार की अफसरशाही पर पकड़ नहीं है. प्रदेश में अफसरशाही में बड़ा फेरबदल किया जा रहा है.

यहां तक कि मुख्यसचिव तक भी बदले जा रहे हैं, लेकिन ऐसा करके सरकार अपनी नाकामियों को छुपा नहीं सकती है.उन्होंने कहा की जयराम सरकार विकास करवाने में भी नाकाम रही है.

सुर्खियों में विक्रमादित्य सिंह

हाल ही में विक्रमादित्य सिंह ने रोहड़ू में भाजपा की महिला नेता को लेकर एक बयान दिया था. इस पर विवाद हो गया था. बाद में विक्रमादित्य सिंह ने अपने बयान पर खेद जताते हुए माफी मांगी थी. विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे है. विक्रमादित्य सिंह की माता मौजूदा समय में मंडी से सांसद और हिमाचल कांग्रेस की अध्यक्ष हैं.