Rajasthan News : अलवर जिले में राखी व्यापारी और सट्टा किंग घनश्याम सैनी की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि हत्याकांड को पपला गैंग ने ही अंजाम दिया है।
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया की राखी व्यापारी घनश्याम सैनी की हत्या के मामले पपला गैंग के तीन बदमाश गिरफ्तार किए हैं। पुलिस ने बलजीत सिंह उर्फ बल्ली निवासी तिजारा, अशोक उर्फ झुन्नू निवासी मुंडावर और विशाल सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी लादिया मोहल्ला अलवर को गिरफ्तार किया है।
बल्ली पपला गैंग का सदस्य
बलजीत सिंह उर्फ बल्ली पपला गैंग का सदस्य है। बलजीत और अप्पू उर्फ राजा ने व्यापारी के अपहरण व उसके साथ मारपीट की योजना बनाई थी। एसपी ने कहा कि व्यापारी घनश्याम सैनी ने पपला गैंग की विरोधी गैंग चीकू गैंग के आर्थिक रूप से मदद की थी, जिसको लेकर पपला गैंग के बदमाश नाराज चल रहे थे । ये धनश्याम सैनी से रंजिश रखते थे।
बल्ली ने घनश्याम सैनी से 10 करोड़ रुपए की थी डिमांड
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों बलजीत उर्फ बल्ली ने घनश्याम सैनी से 10 करोड़ रुपए की डिमांड की। घनश्याम सैनी ने पैसे की व्यवस्था नहीं होने व पैसे देने से मना कर दिया। इसके बाद 10 करोड़ की डिमांड धीरे धीरे घटकर 40 लाख रुपए तक आ गई। घनश्याम सैनी ने 40 लाख रुपए भी देने से मना कर दिया। इसके बाद बलजीत और अप्पू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अलवर के एरोड्रम रोड से 29 जुलाई को घनश्याम सैनी का अपहरण किया। छह बदमाश घनश्याम सैनी को लेकर अपने साथ किशनगढ़ के रास्ते तिजारा पहुंचे। तिजारा के नौरंगाबाद गांव के पास उन्होंने डंडे पर लोहे की रॉड से घनश्याम सैनी के साथ जमकर मारपीट की बुरी तरह से उनको जख्मी कर दिया।
अधिक खून बहने से हुई घनश्याम सैनी की मौत
इसके बाद बलजीत उर्फ बलि ने घनश्याम सैनी के फोन से 108 एंबुलेंस को फोन करके एंबुलेंस भेजने के लिए कहा । कुछ देर बाद बदमाश मौके से फरार हो गए, एंबुलेंस नहीं पहुंची और कोई मदद नहीं मिलने के कारण घनश्याम सैनी लहूलुहान हालत में वहां पड़ा रहा है। उसके शरीर से खून बहता रहा अधिक खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई।
सभी अपराधियों के खिलाफ विभिन्न थानों में मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि इनके पास से स्कॉर्पियो गाड़ी थी। वह एक पिस्टल दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। सभी के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज है। बलजीत उर्फ बल्ली के खिलाफ अलवर जिले में 3 मामले दर्ज हैं। अशोक के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं। इसके अलावा अप्पू उर्फ राजा, मोंटी सैनी व अमित सोनी अभी फरार हैं। राजा के खिलाफ पांच एफआईआर दर्ज हैं। अमित के खिलाफ एक मामला दर्ज है और मोंटी के खिलाफ अलवर जिले के विभिन्न थानों में 6 एफआईआर दर्ज है।
ऐसे हुआ पूरे घटनाक्रम का खुलासा
पुलिस ने बताया कि स्कॉर्पियो गाड़ी से बदमाशों की फोन लोकेशन के हिसाब से पुलिस बदमाशों तक पहुंची। इसके अलावा घटना के बाद बदमाशों ने घनश्याम सैनी के फोन से 108 नंबर पर एंबुलेंस के लिए फोन किया। उससे भी पुलिस को अहम जानकारी मिली। पुलिस ने बलजीत को पलवल हरियाणा से गिरफ्तार किया है। इसके अलावा अन्य बदमाशों को पकड़ने के लिए भी लगातार पुलिस टीम दबिश दे रही हैं। एसपी ने कहा कि घटना के बाद बदमाशों को पकड़ने के लिए जिले में लगे विभिन्न कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक की गई। तकनीकी आधार पर मदद लेकर बदमाशों की तलाश की गई।
हेयर सैलून से निकलकर सैनी जा रहा था
29 जुलाई को घनश्याम सैनी हेयर सैलून की दुकान से निकलकर अपनी स्कूटी पर सवार होकर जाने लगा। उसी दौरान मोंटी सैनी उर्फ़ कमल जो एनसीसी कैडेट जैसी यूनिफॉर्म पहने हुए था। उसने घनश्याम सैनी को रुकवाया और स्कॉर्पियो में बैठे बलजीत अमित व अशोक के पास भेजा। सभी लोगों ने मिलकर घनश्याम सैनी को जबरदस्ती गाड़ी में बैठा लिया व उसके साथ मारपीट करने लगे। बदमाश इस पूरी घटना को हादसे का रूप देना चाहते थे। एसपी ने कहा कि इस मामले में अभी 3 आरोपी फरार हैं। उनको भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
घनश्याम सैनी ने चीकू गैंग को दिए थे पैसे
एसपी ने कहा कि घनश्याम सैनी सट्टे का कारोबार करते थे। उनका बड़ा नेटवर्क था। इसलिए और लोगों की भी इस मामले में हाथ हो सकता है। इस संबंध में जांच पड़ताल चल रही है। जल्द और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। सट्टे के कारोबार में लंबे समय से घनश्याम सैनी सक्रिय थे। पहले भी उनके साथ कई घटनाएं हो चुकी हैं। एसपी ने कहा कि सट्टे का कारोबार करने वाले लोग डरते हैं। इसलिए घनश्याम सैनी ने चीकू गैंग को पैसे दिए थे। हालांकि कितने पैसे दिए इसका पता नहीं चल सका है। इसकी जांच पड़ताल चल रही है।