राज्य लोक सेवा आयोग ने रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर के 45 पदों के लिए परीक्षा ली, लेकिन स्थिति यह है कि 7 ही अभ्यार्थी इस टेस्ट को क्वालिफाई कर रेंजर लग पाए हैं। जबकि अन्य किसी से भी यह टेस्ट क्वालिफाई नहीं हुआ। वन विभाग ने सात नए रेंजर की नियुक्ति को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दी है। हालात तो ऐसे बीएएसी फॉरेस्टिंग का कोर्स करने वाले स्टूडेंट भी इस तरह के टेस्ट क्वालिफाई नहीं कर पा रहे।
वन विभाग की और से राज्य लोक सेवा आयोग को 45 पदों को भरने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। करीब दो महीने से लंबा प्रोसेस पूरा होने के बाद यह रिजल्ट निकाला गया है। इन टेस्ट के लिए वह अभ्यार्थी भी बैठे थे जिन्होंने बीएएसी फॉरेस्टिंग का कोर्स किया था। यह कोर्स नौणी व हमीरपुर में करवाया जाता है। लेकिन चिंता की बात यह है कि इस कोर्स को करने वाले 80 फीसदी अभ्यार्थी इस टेस्ट को क्लीयर नहीं करवा पाए। जबकि 80 नौकरी के लिए इन्हें ही प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में विभाग को अन्य स्ट्रीम के अभ्यार्थियों को लेना पड़ रहा है। 45 में से बची हुई 38 पोस्टों के लिए दोबारा से प्रक्रिया होगी।
वन विभाग लिखेगा कॉलेजों को पत्र
वहीं वन विभाग अब उन कॉलेजों को पत्र लिखने जा रहा है, जहां पर बीएएसी फोरेस्टिंग का कोर्स करवाया जा रहा है। कॉलेजों से पुछा जाएगा कि इस विषय मेें पढ़ाई करने के बावजूद भी अभ्यार्थी टेस्ट क्यों क्वालिफाई नहीं कर पा रहे हैं।
यह 7 अभ्यार्थी बने रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर
मंडी के गुयिनी गांव के दीपक भरमोरिया, सोलन के छनोल गांव की दिव्या शर्मा, ऊना के पलोह की ईशानी, मंडी के बरनोट गांव के संजय ठाकुर, मंडी के ही पियून गांव के महेंद्र सिंह, मंडी के ही कोट गांव की मोनिका और बिलासपुर के नैन गांव के साहिल चंदेल रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर बने हैं। जल्द ही इन्हें नई तैनाती मिलेगी।