वाराणसी. बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) की नगरी काशी में गंगा का कहर जारी है. लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण वाराणसी के 84 घाटों का सम्पर्क मार्ग टूट गया है, तो दूसरी तरफ घाट किनारे सैकड़ो छोटे बड़े मन्दिर भी जलमग्न हो गए हैं. यही नहीं बाढ़ के कारण वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्वप्रसिद्ध गंगा आरती (Ganga Aarti) पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है.
बाढ़ के कारण दशाश्वमेध घाट पर होने नित्य संध्या होने वाली गंगा आरती का स्थान भी बदल गया है. इसके अलावा घाटों की सीढ़ियां डूबने के कारण अब आरती देखने आने वाले भक्तों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि बाढ़ के कारण गंगा आरती का स्थान बदला गया है. अगर ऐसे ही जल स्तर बढ़ता रहा तो जल्द ही घाटों की सीढ़ियों के बजाय छत पर गंगा आरती को कराया जाएगा.
वाराणसी में गंगा अब धीरे धीरे खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा है. वाराणसी में गंगा के खतरे का निशान 71.26 मीटर है. जबकि चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर है.