शिमला के बाद अब ऊना पहुंचा लंपी वायरस, 50 से ज्यादा मामले रिपोर्ट

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के बाद अब ऊना जिले में भी पशुओं में लंपी स्किन डिजीज नाम की बीमारी फैलना शुरू हो चुकी है। जिला में अभी तक 50 से ज्यादा मामले इस बीमारी के रिपोर्ट किए जा चुके हैं, जिनकी जांच के लिए सैंपल जुटाकर भोपाल भेजे जा चुके हैं।

ऊना (अमित): हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के बाद अब ऊना जिले में भी पशुओं में लंपी स्किन डिजीज नाम की बीमारी फैलना शुरू हो चुकी है। जिला में अभी तक 50 से ज्यादा मामले इस बीमारी के रिपोर्ट किए जा चुके हैं, जिनकी जांच के लिए सैंपल जुटाकर भोपाल भेजे जा चुके हैं। वहीं पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी इस बीमारी से निपटने के लिए कमर कस ली है और तमाम चिकित्सक फील्ड में उतर चुके हैं। राहत भरी खबर यह है कि अभी तक इस बीमारी के चलते जिला में किसी भी मवेशी की मौत नहीं हुई है। 

पशुपालन विभाग की तरफ से इस बीमारी से निपटने के लिए गठित की गई टीम के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश भट्टी का कहना है कि जिले में अभी तक 50 के करीब मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वही सोमवार से इस बीमारी की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन अभियान भी शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह बीमारी केवल मात्र गऊओं में ही देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी से केवल मात्र 20 फीसदी पशु ही संक्रमित होंगे जबकि इससे केवल मात्र 1 से 5 प्रतिशत तक मवेशियों की अधिकतम मौत हो सकती है।

वहीं दूसरी तरफ डॉ. अमित सामा का कहना है कि इस बीमारी से पीड़ित पशु का दूध जरूरी एहतियात के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संक्रमित गऊओं के दूध को गर्म किए बिना इस्तेमाल न करें।