सोलन, 18 अगस्त
शूलिनी विश्वविद्यालय, सोलन, और माइक्रोटेक ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज, परवाणू ने आज ज्ञान साझेदारों के रूप में सहयोग करने और ज्ञान के पारस्परिक आदान-प्रदान के सिद्धांतों के आधार पर एक-दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने के लिए पांच साल के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता उद्योग के विशेषज्ञों और संकाय के आदान-प्रदान, पाठ्यक्रम के अपडेशन, छात्रों के लिए इंटर्नशिप परियोजनाओं और प्लेसमेंट, प्रबंधन विकास कार्यक्रमों, संयुक्त अनुसंधान और विकास परियोजनाओं, और परामर्श कार्य के रूप में उद्योग-अकादमिक साझेदारी को प्रोत्साहित करेगा।
एमओयू पर शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी के खोसला और माइक्रोटेक ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, परवाणू के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री सुबोध गुप्ता ने एक आभासी समारोह में हस्ताक्षर किए । श्री विशाल आनंद, संस्थापक ट्रस्टी शूलिनी विश्वविद्यालय, श्री अरविंद नंदा, महानिदेशक, श्रीमती पूनम नंदा, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर और कर्नल टी.पी.एस. गिल, ओएसडी की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
साझेदारी के पांच संभावित क्षेत्रों की पहचान श्री अरविंद नंदा, महानिदेशक शूलिनी विश्वविद्यालय द्वारा की गई थी, जो कि श्री सुबोध गुप्ता द्वारा पूरी तरह सहमत किए गए । इन क्षेत्रों में माइक्रोटेक के प्रबंधन विकास संस्थान जिसे ‘गुरुकुल’ कहा जाता है,में शूलिनी संकाय द्वारा प्रबंधन कार्यशालाएं आयोजित करना शामिल है, , संयुक्त उत्पादों, नवाचार और अनुसंधान परियोजनाओं में सहयोग करना, पाठ्यक्रम को अद्यतन करना ताकि छात्रों को उद्योग के लिए तैयार किया जाए, इंटर्नशिप और छात्रों के लिए प्लेसमेंट तैयार करना और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी परियोजनाओं में भागीदारी।
माइक्रोटेक, यूपीएस, इनवर्टर और सोलर सिस्टम के निर्माण में एक मार्केट लीडर है। कंपनी ने हिमाचल प्रदेश में नए उत्पादों, सुविधाओं, अत्याधुनिक और विनिर्माण संयंत्रों के माध्यम से एक बड़े विस्तार की योजना बनाई है। पिछले महीने माइक्रोटेक ने 27 शूलिनी छात्रों को काम पर रखा था, जिसमें 21 छात्रों को B.Tech इंजीनियरिंग से और 6 छात्रों को MBA से ऑनलाइन प्लेसमेंट ड्राइव के माध्यम से नियुक्त किया गया था।