संगड़ाह, 30 जुलाई : अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरण किंकरी देवी की स्मृति में उनके गृह नगर संगड़ाह की 27 लाख से हो रहे पार्क निर्माण की जांच के लिए पहुंची टीम के लौटते ही पार्क की करीब 15 मीटर लंबी एक दीवार जमींदोज हो गई। उपायुक्त सिरमौर के निर्देशानुसार उक्त बहुचर्चित पार्क के निरीक्षण के लिए मंगलवार पहली तथा वीरवार को दूसरी टीम पंहुची।
ग्रामीण विभाग के सहायक अभियंता संदीप चौहान व कनिष्ठ अभियंता सूरज की टेक्निकल टीम द्वारा निर्माण कार्य की जांच किए जाने के दौरान विकास खंड संगड़ाह के कार्यवाहक एसडीओ संजय कांत के अलावा तीन कनिष्ठ अभियंता भी मौजूद रहे। जांच टीम द्वारा दीवार में आई दरारों संबंधी रिपोर्ट भी तैयार की जा चुकी है। सहायक अभियंता संदीप चौहान के अनुसार रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपा जाएगा।
विडंबना यह रही कि जांच टीम के लौटने के कुछ घंटे बाद ही गत रात्रि पार्क की दीवार ढह गई, जिससे लुधियाना संपर्क मार्ग बंद हो गया। 33KV विद्युत लाइन संगड़ाह-चाड़ना को भी काफी क्षति पहुंची। विद्युत विभाग सहायक अभियंता नंद लाल के अनुसार शुक्रवार को सूचना मिलते ही लाइन की मरम्मत का कार्य शुरु करवाया जा चुका है। रिटेनिंग वॉल गिरने से लाइन को काफी नुकसान हुआ। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियन्ता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा की, जेसीबी व टिप्पर लगाए जा चुके हैं।
गौरतलब है कि 27 लाख की लागत से निर्माणाधीन किंकरी देवी पार्क व इंदौर स्टेडियम संगड़ाह के निर्माण कार्य में सरकारी में धन के दुरुपयोग व घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की शिकायत दर्जन भर स्थानीय लोगों द्वारा उपायुक्त से की गई थी। जिसके बाद मंगलवार की पहली व दूसरी टीम ने जांच की।
उधर, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के पौत्र बिजेंद्र कुमार ने पार्क निर्माण में धांधली व इसके तैयार होने से पहले ही मुख्य दीवार ध्वस्त होने पर नाराजगी जताई व इस बारे निष्पक्ष व कड़ी जांच की मांग प्रशासन व सरकार से की।
उन्होंने प्रदेश सरकार व CM से जल्द पार्क तैयार करने की भी अपील की। कार्यवाहक बीडीओ संगड़ाह हरमेश ठाकुर ने बताया कि, वह दीवार गिरने के बाद पार्क का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि, 50 मीटर की दीवार का करीब 15 मीटर का हिस्सा गिरा है। पंचायत को दोबारा दीवार बनाए जाने के बाद ही फाइनल पेमेंट की जाएगी।
गौरतलब है कि, वर्ष 2019 में तत्कालीन उपायुक्त डॉ. आरके परुथी द्वारा 30 लाख की लागत के इस पार्क के लिए विभिन्न मदों से 27 लाख का बजट उपलब्ध करवाया गया था। उनके तबादले के बाद इसका निर्माण कार्य लंबित रहने के साथ-साथ अनियमितताएं भी होने लगी। पार्क की दीवार गिरने से यहां मौजूद चीड़ के कुछ पेड़ भी ढह गए