संचालन समिति से इस्तीफे के बाद शिमला पहुंचे आनंद शर्मा…नहीं दिखा कोई बड़ा नेता

शिमला, 24 अगस्त : कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा प्रदेश कांग्रेस चुनाव संचालन समिति से इस्तीफा देने के बाद शिमला पहुंचे, जहां पर उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत हुआ। हालांकि इस दौरान कोई भी बड़ा नेता स्वागत के लिए नहीं पहुंचा।

आनंद शर्मा ने शिमला पहुंचने पर कहा कि शिमला उनकी कर्मभूमि और जन्मभूमि है। वे 51 वर्ष से कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित हैं। प्रदेश कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अध्य केहु सोनिया गांधी के साथ पार्टी के कुछ विषयों को लेकर मनमुटाव चल रहा है जो उनके और सोनिया गांधी के बीच है। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है और वे भी हमेशा कांग्रेस के सिपाही के रूप में काम करेंगे और आगे भी करते रहेंगे। किसी भी लोकतांत्रिक पार्टी में ऐसे विषय आते हैं, जिन्हे पार्टी अध्यक्ष से साझा किया जाना जरूरी होता है।

उन्होने भी सोनिया गांधी से पार्टी के कुछ विषयों को लेकर बात रखी है। सोनिया गांधी को आश्वस्त किया है कि वे हिमाचल प्रदेश के चुनावों में पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार अभियान में भाग लेंगे और हिमाचल प्रदेश में बदलाव करेंगे। कांग्रेस पार्टी जनता के मुद्दों को उठाएगी और सरकार बनाएगी।

जेपी नड्डा से मुलाकात पर आनंद शर्मा ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर भी कुछ चीजें होती है हर विषय को राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य से अगर कोई व्यक्ति किसी बड़े पद पर पहुंचता है तो उसको शुभकामनाएं देने में क्या बुराई है। जेपी नड्डा उनसे छोटे भी हैं और एक ही विश्वविद्यालय से हमने पढ़ाई भी की है, इस नाते उनको शुभकामनाएं देने गए थे। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की गुटबाजी पर आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस से ज्यादा गुटबाजी भाजपा में हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं को एकजुट करने का वे प्रयास करेगें।