#सराहां : सीएम की कर्मचारी व पेंशनर्स को सौगात, पंचायत चौकीदार बने दैनिक भोगी…

शिमला, 15 अगस्त : हिमाचल के सिरमौर जिला के सराहां उपमंडल मुख्यालय में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आजादी के 76वे दिवस के  मौके पर पंचायत चौकीदारों को दैनिक भोगी बनाए जाने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने खाद्य तेल पर सितंबर 2022 से मार्च 2023 तक अनुदान को दोगुना करने का भी ऐलान किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य में प्री प्राइमरी शिक्षा की नीति बनाई जाएगी, इसके लिए चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि  हिमाचल में खैर कटान का सरलीकरण किया जाएगा। सरकार इस बारे सर्वोच्च न्यायालय में अपील दायर करेगी। हिमाचल के प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों व पेंशनरों को नए वेतनमान के एरियर की पहली  किस्त जारी करने ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा इससे सवा दो लाख के करीब कर्मचारियों व एक लाख 90 हजार के करीब पेंशनर्स को फायदा मिलेगा।

प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों को महंगाई भत्ते के 3 फीसदी महंगाई भत्ते की किस्त मिलने की उम्मीद थी। इसके अलावा यह भी संभावना जताई जा रही थी कि वेतनमान के एरियर की पहली किस्त जारी होने की घोषणा भी होगी। इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव की हलचल शुरू हो जाएगी। ऐसे में चुनाव से ठीक पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह में कर्मचारियों व पेंशनरों को बड़ी सौगात की अटकलें चल रही थी।

      डीए 31 से बढ़ाकर 34 फीसदी होने का अनुमान था। गौरतलब है कि नया वेतनमान एक जनवरी 2016 से लागू किया गया है, इसे 1 जनवरी 2022 से दिया जा रहा है, ऐसे में एरियर की एक चौथाई किश्त जारी होने की उम्मीद थी।

  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि गरीब को मदद करने की हर कोशिश की गई है। गरीबों के बिजली के बिल जीरो आ रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह खुशी की बात है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश की मदद करने के मकसद से सात बार हिमाचल आ चुके हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पहली कैबिनेट की पहली बैठक में बुजुर्गों के हित में कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही यह तय कर लिया था कि वह बदले की भावना से कार्य नहीं करेंगे, इसी सोच को आज भी आगे बढ़ा रहे हैं।  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनके कार्यकाल से पहले पेंशन पर 700 करोड़ खर्च किए जा रहे थे। मौजूदा समय में यह 1300 करोड़ की गई है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हमने सोचा कि गांव के लोग अपने कार्य के लिए शहरों में क्यों जाएं, इसके लिए जन मंच कार्यक्रम शुरू किए गए। वहीं इसमें 55000 से अधिक समस्याओं का निस्तारण हो चुका है।

      सीएम ने कहा कि हमारा यह कार्यकाल सामान्य नहीं रहा। पूरी दुनिया को कोरोना ने प्रभावित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के दौरान ऐसे दौर से गुजर रहे थे, जब ऐसा वातावरण था कि सब लोग चिंतित थे, परेशान थे। सीएम ने कहा जब चिकित्सकों, वैज्ञानिकों ने कहा कि इस बीमारी का कोई उपचार नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हौसले व भरोसे से हमने इस चुनौती का सामना किया।

     मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन को तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने दिन-रात मेहनत से काम किया। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत में  वैक्सीन  बनकर तैयार हुई और एक नहीं, बल्कि दो-दो वैक्सीन भारत में  वैज्ञानिकों ने तैयार की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि खुशी की बात यह है कि वैक्सीन लगवाने के लिए हिमाचल वासियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल पूरे देश में पहला राज्य बना जिसने घर-घर जाकर व्यक्ति को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा किया।

  सीएम ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के बगैर वैक्सीन का लक्ष्य पूरा नहीं किया जा सकता था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री की बदौलत आज हम वैक्सीन लगवाकर सुरक्षित बैठे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड के दौरान एक ऐसी स्थिति भी थी कि जब यह भी पता नहीं था कि आज हमारे सामने कितने लोग हैं और कितने नहीं रहेंगे।संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री

      हिमाचल के प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी एक खास संयोग है कि जहां देश आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है, वहीं हिमाचल प्रदेश भी स्थापना के 75 साल पूरे कर चुका है। हिमाचल के विकास में भी प्रदेशवासियों का योगदान है। इस मौके पर उन्हें भी स्मरण करना जरूरी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हर एक विधानसभा क्षेत्र में हिमाचल के प्रदेश के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि आज की पीढ़ी को यह बताना भी बहुत जरूरी है कि जिस वक्त स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा था तो उस समय की स्थितियां क्या थी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा हमने यह भी प्रयास किया है कि हमारी आने वाली पीढ़ी को समझें।

इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हिमाचल के गठन से लेकर आज तक के सफर की विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम देश के आजादी के 75 साल का जश्न और प्रदेश की स्थापना के 75 साल का सफर अपनी आंखों से देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के स्थापना के मौके  पर 75 कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इसका थीम “हिमाचल तब और अब” रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को यह जरूर देखना है कि पहले रावी नदी को पार करने के लिए भैंस का सहारा लिया जाता था। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी में सब कुछ देखा जा सकेगा।

इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की विस्तार से चर्चा की। शगुन योजना के एक हिस्से का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि एक बार शगुन योजना के लाभार्थी बेटी से मिलने का मौका मिला।

     इस दौरान उन्होंने पूछा कि शगुन योजना के तहत मिली राशि का क्या किया? तो बेटी का जवाब यह था कि यह राशि उसने अपने खाते में नहीं जमा की है न ही पति को दी है बल्कि पिताजी को यह राशि दी, जिन्होंने पढ़ाई व शादी तक का खर्च बड़ी मुश्किल से उठाया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के भी कई सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के अलग-अलग समय पर जो नेतृत्व रहा, उनका भी वो आभार प्रकट करते हैं। हिमाचल के स्थापना के 75 साल पूर्ण होने की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि नेतृत्व ने तो अपना कार्य किया ही है, लेकिन विकास में हर एक नागरिक का एक अहम योगदान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हिमाचल का गठन हुआ था तो उस समय हिमाचल का क्षेत्रफल 25,869 किलोमीटर था।

मौजूदा में हिमाचल का क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल का गठन हुआ था तो उस समय हिमाचल की आबादी 11 लाख थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशी की बात है कि आज हिमाचल साक्षरता के लिहाज से केरल को पीछे छोड़ दिया है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ठीक 11:12 मिनट पर संबोधन शुरू किया। सीएम ने संबोधन में सबसे पहले शहीदों व स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वह सिरमौर की पावन धरती पर हैं, लिहाजा पझौता आंदोलन को याद किए बिना नहीं रह सकते। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जज  के पद को त्याग पत्र देकर प्रदेश निर्माता बने डॉ. वाईएस परमार को भी याद करना चाहता हूं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करना चाहते हैं, जिन्होंने आजादी के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव को मनाने का फैसला लिया। साथ कहा कि प्रधानमंत्री की बदौलत ही आज ‘हर घर पर तिरंगा’ लहरा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहुत-बहुत बधाई देते हैं। आज हिमाचल का फौजी नौजवान जो देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैयार खड़ा है एक तौर पर वह भी आज बधाई के पात्र हैं।सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलकियां

इससे पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हल्की बूंदाबांदी के बीच परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री 11:00 बजे पंडाल में पहुंच गए। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के शानदार मार्च पास का नेतृत्व डीएसपी प्रणव चौहान कर रहे थे।

 बता दे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करने सड़क मार्ग से सराहां पहुंचे थे, क्योंकि समारोह स्थल पर पहले से ही बारिश की आशंका जताई जा रही थी। अच्छी खबर यह थी कि मार्चपास्ट के दौरान बारिश बंद हो गई थी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू व मुख्य सचिव आरडी धीमान भी मौजूद थे। मार्च पास्ट से पूर्व आसमान से हेलीकॉप्टर की पुष्प वर्षा भी समारोह में चार चांद लगा रही थी।