सरकार जहां एक और विकास के दावे करते नहीं थकती। वहीं आज भी कई ऐसे गांव है, जहां के लोग सड़क सुविधा को तरस रहे हैं। सोलन जिला के तोप की बेड पंचायत का चोरा गांव आज दिन तक सड़क सुविधा से वंचित है। चुनावों से पूर्व प्रधान से लेकर मंत्रियों, विधायकों ने उनकी सड़क सुविधा की बात कहीं थी, लेकिन चुनावों के बाद इस सड़क का मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया है।
हालात यह है कि गर्भवती महिलाओं सहित मरीजों को पालकी में मुख्य सड़क मार्ग तक पहुंचना पड़ता है। जिससे सरकार के इस पंचायत में विकास के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। आज भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला शकुंतला शर्मा बीमार पड़ी, जिसको ग्रामीणों की मदद से मुख्य सड़क मार्ग तक पालकी में पहुंचाना पड़ा।
महिला के पोते लक्ष्य शर्मा ने बताया कि उनके चौरा गांव में सड़क की सुविधा नहीं है। स्थानीय पंचायत से लेकर मंत्री तक गुहार लगाई गई थी, लेकिन समस्याओं का निपटारा नहीं किया। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इस समस्या का निपटारा किया जाएगा। सरकार का प्रयास लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने का है। चरणबद्ध तरीके से वह सभी समस्याओं का निपटारा करेंगे।