karn singh solan

सोलन के युवा किसान ने जीता पंडित दीन दयाल उपाध्याय अन्तयोदय कृषि पुरस्कार

सोलन जिला के धारों की धार गाँव के युवा किसान कर्ण सिंह ठाकुर ने स्वरोजगार का मार्ग चुनकर प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन किया है। डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी से फल विज्ञान में स्नातकोत्तर कर्ण सिंह ठाकुर ने राष्ट्रिय स्तर पर कृषि पुरस्कार जीत कर देशभर में हिमाचल का नाम रोशन किया है।

हाल ही में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद(आईसीएआर) के 92वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान कर्ण को पंडित दीन दयाल उपाध्याय अन्तयोदय कृषि पुरस्कार (क्षेत्रीय) के लिए चुना गया। आईसीएआर के स्थापना दिवस के दौरान 20 अलग-अलग श्रेणियों में 161 पुरस्कार वितृत किये गए। ये पुरस्कार तीन संस्थानों,  दो अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों/किसानों, पत्रकार एवं भारतीय कृषि अनुसंधान के कर्मचारी वर्ग को उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किए गए। किसानों को चार श्रेणियों के अंतर्गत पुरस्कार प्रदान किए गए। पंडित दीन दयाल उपाध्याय अन्तयोदय कृषि पुरस्कार योजना के अंतर्गत एक राष्ट्रीय स्तर एवं 11 क्षेत्रीय स्तर पर पुरस्कार प्रदान किए गए। क्षेत्र-1 के अंतर्गत आने वाले कृषि विज्ञान केन्द्रों में यह पुरस्कार कर्ण सिंह ठाकुर एवं श्री चमकौर सिंह गांव मोगा(पंजाब) को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। पुरस्कार के साथ इन्हें 25000 रुपये प्रति किसान का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया गया।

कर्ण ने नौणी विवि से अपनी पढ़ाई पूरी करने कर बाद नौकरी करने की बजाए स्वरोजगार का मार्ग चुना। बहुत ही कठिन तथा विषम परिस्थितियों में उन्होंने अपनी मेहनत, लगन व कर्मठता से सफलता हासिल की। वर्ष 2012-13 में उन्होंने 100 वर्ग मी. के पॉलीहाउस में पुष्प उत्पादन का कार्य आरम्भ किया। नौणी विवि में पढ़ाई के दौरान अर्जित ज्ञान को उन्होने अपने कार्यक्षेत्र में सफल होने के लिए लगाया। वर्तमान में वह 3000 वर्ग मी. कारनेशन की खेती से सालाना लगभग 13 लाख की आमदनी ले रहे हैं। पुष्प उत्पादन के साथ-साथ कर्ण, फलदार पौधों जैसे कि सेब, खुमानी, प्लम, आडू़ व कीवी फल आदि की नर्सरी भी तैयार करते हैं तथा नर्सरी उत्पादन से उन्हें सालाना 14 लाख की आय प्राप्त होती है। अपनी मेहनत व कर्मठता के बूते आज वह अपने क्षेत्र के सभी किसान-बागवानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं और स्थानीय लोगों को रोजगार भी दे रहें हैं। कर्ण अपनी सफलता के लिए विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र सोलन को उनके मार्गदर्शन और सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।

इस अवसर पर नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परविंदर कौशल ने कर्ण को प्रदेश और विवि के नाम रोशन करने के लिए बधाई दी। उन्होनें कहा कर्ण जैसे युवा उद्यमी, प्रदेश के हर उस किसान के लिए प्रेरणा है जो कृषि बागवानी में अपना उद्यम स्थापित करना चाहता है। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ पवन महाजन, कृषि विज्ञान केन्द्र सोलन के प्रभारी डॉ डी.पी. शर्मा, विवि और केन्द्र के सभी वैज्ञानिकों व कर्मचारियों ने कर्ण को उनकी इस शानदार उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी।