सोलन में व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया और कहा कि जब कोरोना संकट आरम्भ हुआ था तो सोलन के व्यापारी ने जिला प्रशासन का हर सम्भव सहयोग दिया | जान हथेली पर रख कर सभी नियमों का पालन किया और किसी भी नियम को टूटने नहीं दिया | लेकिन दो दिन पहले सोलन में कोरोना पॉज़िटिव आए और उनके सम्पर्क में आने वाले व्यक्ति ने सोलन की कुछ दुकानों से सामान खरीदा था उसके बाद उन दुकानों को जिला प्रशासन ने बंद करवा दिया था | लेकिन जिस तरह से उन दुकानदारों के साथ बर्ताव किया गया वह सही नहीं था जिसके चलते आज सोलन का व्यापारी बेहद आहत है |
सोलन व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ने कहा क़ि जिला प्रशासन द्वारा सोलन के व्यापारी को टिशू पेपर की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है यहाँ तक कि जब जिला प्रशासन द्वारा कुछ व्यापारियों की दुकाने एहतियातन बंद करवाई गई तो उन दुकानदारों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया गया जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से बेहद परेशान है | उन्होंने कहा कि अगर सोलन के व्यापारी की कोई गलती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए इस पर उन्हें कोई एतराज नहीं है लेकिन सोलन के व्यपारियों से वह किसी भी तरह का दुर्यवहार सहन नहीं करेंगे | उन्होंने जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाहरी राज्यों से लोग सोलन आ रहे है जिसमे से अधिकतर रेड ज़ोन से है तो उन्हें संस्थागत कवारंटीन करने की बजाए होम कवारंटीन क्यों किया जा रहा है जिस पर जिला प्रशासन को पुनर्विचार करने की आवश्यकता है | उन्होंने कहा कि सोलन के व्यापारी जिनकी दुकाने जिला प्रशासन ने बंद करवाई थी उन दुकानदारों के टैस्ट नेगेटिव आए है जो सोलन वासियों के लिए ख़ुशी की खबर है |