solan taxi union

सोलन जिला में निजी वाहनों से ढोई जा रही सवारियां

सोलन में टैक्सी चालक बेहद परेशान है और उन्हें अब घर चलाना भी बेहद मुश्किल हो रहा है | टैक्सी चालकों के अनुसार उन्हें उम्मीद थी कि लॉकडाउन  खुलने के बाद   कामकाज खुलेगा और वह पहले की तरह आमदनी कर पाएंगे | लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि   लोग अपने घरों से बाहर नहीं आ  रहे है और न ही बाहरी राज्यों से लोग हिमाचल घूमने पहुंच रहे है जिसके चलते उनका व्यवसाय पूरी तरह से  ठप्प हो चुका है | यही कारण है कि वह बेहद हताश  और चिंतित है | उन्होंने कहा कि वह सरकार से उम्मीद कर रहे है कि जिस तरह से  उन्होंने बस चालकों को राहत प्रदान की है वह टैक्सी चालकों को भी राहत प्रदान करें और जो नियम उन पर थोपे गए है उन्हें भी समाप्त किया जाए  | 


                              मीडिया के माध्यम से उन्होंने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई और कहा कि सरकार एक तरफ बसों को 100 प्रतिशत क्षमता में चला रही है वहीँ दूसरी और टैक्सी में दो ही व्यक्ति बिठाने के लिए अनुमति दी गई  है जो तर्क संगत नहीं है जिसके चलते उन्हें भारी हानि उठानी पड़ रही है | उन्होंने कहा कि जिला में निजी गाड़ियों से भी सवारियां ढोई  जा रही है जिसकी वजह से उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है जिसको लेकर वह कई शिकायतें जिला प्रशासन को कर चुके है लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई  नहीं की गई है | उन्होंने कहा कि जहाँ एक और बसों को 100 प्रतिशत क्षमता पर चलाया जा रहा है वहीँ उन्हें किराए को बढ़ाने में भी प्रदेश सरकार ने सहमति जताई है इस लिए  वह चाहते है कि टैक्सी का इंशुरेंस  भी सरकार को माफ़ करना चाहिए |  उन्होंने कहा कि टैक्सी से आमदनी नहीं हो रही है लेकिन बैंक उन से जबरन किश्त वसूल रहे है यहाँ तक कि किश्त में देरी होने से एक हज़ार रूपये तक का जुर्माना भी लगाया जा रहा है जो सरासर गलत है इस पर प्रदेश सरकार को कोई कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए |