मंडी. देश-विदेश से कई बार मोबाइल ब्लास्ट से जुड़ी खबरें मिलती रहती हैं.ताजा मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी में हुआ है. यहां पर रेडमी कंपनी के मोबाइल में ब्लास्ट का मामला सामने आया है. दरअसल, मंडी में मुख्य बस अड्डे के बाहर बुधवार को दोपहर को स्कूटर पर जा रहे मंडी के एक व्यक्ति की जेब में मोबाइल फट गया. मोबाइल फटते ही व्यक्ति के कपड़ों में आग लग गई और टांग झुलस गई. बस अड्डे के बाहर एकाएक हुई इस घटना के बाद वहां पर अफरा-तफरी मच गई.
जानकारी के अनुसार, शहर के सौली खड्ड औद्योगिक एरिया में रहने वाले कमलेश गोयल बस स्टैंड से घर की ओर जाने के लिए निकले. जैसे ही वे बस अड्डे के निकासी द्वार के पास पहुंचे तो उनकी जेब में जोर से धमाका हुआ और पेंट में आग लग गई. वह जोर से चिल्लाए और स्कूटर को एक तरफ फेंक कर पुलिस बूथ में घुस गए. बूथ में घुसते ही कमलेश ने अपनी पेंट उतार कर जेब से जलता हुआ मोबाइल निकाल कर बाहर फेंका.
कमलेश गोयल ने बताया कि वहां उस समय ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मी ने बेहद तत्परता दिखाकर उसकी मदद की. कमलेश ने बताया कि पेंट का कपड़ा जलने से उनकी टांग भी झुलस गई. कमलेश ने बताया कि यह फोन रेडमी कंपनी का है, जो दो साल पहले लिया था. एक दम से मोबाइल के गर्म होने तथा आग लगने से वह बुरी तरह से घबरा गए. पुलिस कर्मी की मदद से कमलेश गोयल ने अपने को संभाला और बाद में स्कूटर लेकर घर पहुंचे.
क्यों होते हैं फोन ब्लास्ट
स्मार्टफोन ब्लास्ट होने का प्रमुख कारण मैन्युफैक्चरिंग डिफॉल्ट है. हैंडसेट को पावर देने वाली लिथियम-आयन बैटरी को शिप करने से पहले उसकी टेस्टिंग करना अनिवार्य है. असेंबली लाइन में की गई एक गलती के कारण स्मार्टफोन की बैटरी ब्लास्ट हो सकती है. यह आमतौर पर तब होता है जब बैटरी के अंदर की पतली वायर का तापमान तय टेंपरेचर से ऊपर पहुंच जाता है, जिसके बाद शॉर्ट सर्किट होने से ब्लास्ट हो जाता है.
थर्ड-पार्टी चार्जर : यह एक आम गलती है जो यूजर्स करते हैं. ओरिजनल चार्जर के अलावा फोन को अलग चार्जर से चार्ज करना खतरनाक साबित होता है. स्मार्टफोन में मल्टी-टास्टिंग ऐप और हैवी गेम खेलने की वजह से प्रोसेसर ओवरलोड हो जाता है, जिससे फोन की बैटरी गर्म हो जाती है. इससे स्मार्टफोन ब्लास्ट होने की संभावना बढ़ जाती है.