हिमाचलः मल्टी टास्क वर्कर भर्ती में नहीं हुआ चयन तो स्कूल का रास्ता बंद किया, सीढ़ी से दाखिल हुए बच्चे

चम्बा. मल्टी टास्क भर्ती में चयन नहीं हुआ तो स्कूल को जमीने दान देने वाले शख्स ने स्कूल की वार्डबंदी कर दी. गुस्साए जमीन मालिक ने स्कूल के आसपास का रास्ता बंद कर दिया. मामला हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले का है. जानकारी के अनुसार, बुधवार को चम्बा  जिला के राजकीय प्राथमिक पाठशाला सराहन के मुख्य गेट पर बाढ़ा लगा दिया गया.  बच्चों को मजबूरन एक लोहे की सीढ़ी से पीठ पर उठाकर क्लासरूम तक पहुंचाना पड़ा.

दरअसल, मल्टी टास्क वर्कर में भर्ती न होने से गुस्साए जमीन के मालिक ने  स्कूल के ग्राउंड और मुख्य गेट पर यह बाड़ा लगा  दिया था. इस जमीन के मालिक ने स्कूल के भवन के लिए जमीन दान में दी थी. अभी हाल ही में उसने स्कूल में  मल्टी टास्क वर्कर के पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन  एक महिला को कानूनी तौर पर उस पद पर रख लिया गया. इसी पर गुस्साए उस जमीन के मालिक ने स्कूल के मुख्य द्वार पर बाड़ा  लगाकर रास्ता बंद कर दिया.

जैसे ही बच्चे सुबह स्कूल पहुंचे तो उन्हें करीब आधे घंटे तक स्कूल के बाहर इंतजार करना पड़ा. उसके बाद  पास के गांव से एक लोहे की सीढ़ी मंगवाई गई और स्कूल के अध्यापकों और कर्मचारियों ने बारी-बारी से बच्चों को हाथ पकड़कर पीठ पर उठाकर स्कूल तक पहुंचाया. जहां यह रास्ता बंद कर किया गया था, वहीं पर उसके पीछे ही बच्चों के लिए शौचालय भी बनाया गया था. दोपहर को जब भी बच्चों को शौच जाना होता था तो फिर से उन्हें उसी सीढ़ी से होकर सड़क मार्ग से शौचालय तक जाना पड़ा. जब न्यूज़-18  की टीम सराहन स्कूल पहुंची तो गेट पर बाड़ा लगा हुआ था. स्कूल प्रबंधन ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसके बारे में सूचित किया गया और कुछ ही देर के बाद विभाग की एक 3 सदस्यीय टीम स्कूल पहुंची.  वहां पहुंचकर  उन्होंने उस समस्या को देखा और फिर उस जमीन के मालिक को फोन कर कर वहां बुलाया. लेकिन  जमीन मालिक गांव से कहीं बाहर अपने काम पर गया था

जल्द होगा समस्या का समाधानः अधिकारी

बच्चों ने बताया कि जब वे स्कूल पहुंचे थे तो उन्हें यहां पर रास्ता बंद दिखा. करीब आधे घंटे तक इंतजार किया. उसके बाद उन्हें सीढ़ी से उतारकर स्कूल में पहुंचाया गया. शिक्षक किशोरी लाल  व पवन कुमार ने बताया कि स्कूल के मुख्य गेट पर बाड़ लगाकर उसे बंद कर दिया गया है. ग्राउंड से जो रास्ता होकर स्कूल पहुंचता है, वहां पर उस रास्ते को बंद कर दिया गया था. उन्हें कहा गया था कि वह इस रास्ते से ना जाए. पास के गांव से लोहे की सीढ़ी मंगवाई और बच्चों को धीरे-धीरे करके स्कूल में पहुंचाया गया. एसएमसी प्रधान बंटी शर्मा ने कहा कि उन्हें सुबह इसके बारे में जानकारी मिली थी और जल्द ही इस समस्या का हल कर लिया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से पहुंचे अधिकारी अजय जरियाल ने बताया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान होगा. मल्टीटास्क वर्कर  की भर्ती के बाद ही यह मामला सामने आया है. जिस व्यक्ति ने स्कूल के भवन के लिए जमीन दान में दी थी उसने भी मल्टीटास्क वर्कर के लिए आवेदन दिया था. मालिक से बात की जाएगी.