हिमाचल प्रदेश की विकास दर 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह दी जानकारी।
प्रश्नकाल शुरू होने से पहले किन्नौर के कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के मसले को उठाया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष के काम रोको प्रस्ताव को स्वीकार न करने पर आपत्ति जताई। वे इस पर चर्चा करवाने पर अड़े रहे। इस प्रस्ताव की नामंजूरी पर विपक्ष के सदस्यों ने सदन में सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच स्पीकर विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपक्ष के विधायकों की ओर से एक स्थगन प्रस्ताव की सूचना मिली है। इस विषय पर विधायक रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी आदि की ओर से प्रश्न लगाए गए हैं। ऐसे में इस स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करने का कोई औचित्य नहीं है। इसे खारिज किया जाता है। स्पीकर के संबोधन के बीच ही विपक्ष के सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में चले गए। यह हंगामा प्रश्नकाल के बीच चला रहा। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर लिया। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भी विपक्ष के साथ वाकआउट किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार का वह हश्र होगा जो शांत सरकार का हुआ। जनता तो तैयार बैठी है।
आउटसोर्स होने वाली है कांग्रेस
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन छोड़कर विपक्ष ने बहुत बड़ा काम नहीं किया है। कर्मचारियों के लिए वर्तमान सरकार संवेदनशील है। पंजाब के नए स्केल के आने के बाद सरकार ने वह सब कुछ किया है, जो संभव है। कांग्रेस में नेतृत्व का संकट है। इससे इसी बात के सबूत मिले हैं। सीपीएम वाले इन्हें बता रहे थे कि कैसे नारेबाजी करनी है। इन्होंने अपनी पार्टी सीपीएम को आउटसोर्स कर दी है। देश में पूरी कांग्रेस पार्टी ही आउटसोर्स होने वाली है। सीएम ने सदन में कर्मचारियों से भी अपील की कि वे अपनी मांग को शांतिपूर्वक तरीके से रखें।
हिमाचल प्रदेश की विकास दर 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह दी जानकारी।
खारकीव में फंसे बच्चों को सुरक्षित लाने का प्रयास कर रही सरकार
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूक्रेन में हिमाचलियों के फंसे होने पर कहा कि वहां रह रहे 198 छात्र कुशल वापस पहुंच गए हैं। अभी भी 249 यूक्रेन या समीपवर्ती देशों में फंसे है। 53 बच्चे खारकीव में फंसे हैं। 163 बच्चों से संपर्क स्थापित हो गया है। अधिकारी इन बच्चों के परिवारों से मिल रहे हैं। फंसे 86 बच्चों से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। चार केंद्रीय मंत्री पड़ोसी देशों में गए हैं। सकुशल वापसी का प्रयास कर रहे हैं।
सरकार लगातार केंद्र के संपर्क में हैं। जो भी इनपुट बच्चों या अभिभावकों से मिल रहा है, इस बारे में कम्युनिकेट कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी संवेदनशील होकर प्रबंध कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि बॉर्डर से निकलने का बाद नहीं, खारकीव, सूमी और कीव में फंसे बच्चों को लाया जाए। जो लाए जा रहे हैं, वे वही हैं जो बॉर्डर पार कर चुके हैं। सीएम ने कहा कि इस बारे में भी ज़रूरी प्रयास होंगे।