मैहतपुर स्थित निजी अस्पताल (Private Hospital) में ऑपरेशन के बाद युवक की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को परिजनों द्वारा मैहतपुर में निजी अस्पताल के सामने “शव” को चंडीगढ़- धर्मशाला हाइवे रखने के बाद शुरू किया गया धरना शनिवार को भी जारी रहा। गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों (Villagers) ने मैहतपुर (Mehatpur) के बाद संतोषगढ़ में भी चक्का जाम कर दिया, इसके बाद पंजाब (Punjab) से ऊना आने- जाने वालो को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवार शाम से ही पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी प्रदर्शनकारियों को मनाने में जुटे रहे ,लेकिन प्रदर्शनकारी डाक्टरों की गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े हुए है। बता दे कि हाइवे पर प्रदर्शन शुक्रवार शाम 4 बजे से जारी है।
ये है मामला… बुधवार को सनोली गांव का 39 वर्षीय देविंद्र कुमार मैहतपुर स्थित निजी अस्पताल में नाक की सर्जरी करवाने के लिए आया था, लेकिन आपरेशन के बाद उसकी मौत हो गई थी। मौत से परिजन और ग्रामीण भड़क उठे। निजी अस्पताल के डाक्टरों पर लापरवाही बरतने के आरोप जड़ते हुए परिवार ने पुलिस (Una Police) में शिकायत दी थी। इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर शव का टांडा मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम करवाया, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शुक्रवार को शव हाइवे पर रख प्रदर्शन शुरू कर दिया।
शुक्रवार शाम से ही पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी प्रदर्शनकारियों को समझाने में जुटे रहे, लेकिन प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच कई दौर की वार्ता विफल रही। प्रदर्शनकारी लगातार निजी अस्पताल के संचालक और मोहाली से आपरेशन करने आये चिकित्सक की गिरफ्तारी के साथ-साथ मृतक के परिवार को एक करोड़ रूपये मुआवजे और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
वहीं, एएसपी ऊना प्रवीण धीमान ने कहा कि पुलिस द्वारा निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है। प्रदर्शनकारियों से बातचीत की जा रही है, ताकि वो धरना प्रदर्शन को खत्म करें। एएसपी प्रवीण धीमान ने कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा कुछ स्थानों पर जाम लगाया गया है, जबकि पुलिस द्वारा ट्रेफिक को वैकल्पिक मार्गों से डाइवर्ट किया गया है।