पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र पहले ही लीक हो गया था। पुलिस ने इस मामले में 3 अभ्यर्थियों तथा निजी स्कूल के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। वहीं शुक्रवार देर शाम ऊना से भी इस मामले में 1 अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है। अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र के लिए 6 से 8 लाख रुपए दिए थे। वहीं निजी स्कूल के कर्मचारी ने अभ्यर्थियों को यह पेपर गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर मुहैया करवाए थे। पुलिस ने इस मामले में तीन अभ्यर्थियों मनीष कुमार निवासी भराड़ी (सुल्याली) नूरपुर, मनी चौधरी निवासी खटियाड़ (फतेहपुर), गौरव निवासी भडियाडा (कांगड़ा) तथा निजी स्कूल कर्मचारी अशोक कुमार निवासी पासू (धर्मशाला) को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को शुक्रवार को 11 मई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। वहीं ऊना से गिरफ्तार एक अभ्यर्थी की पहचान विनोद कुमार के रूप में हुई है। इस मामले में देर रात चंडीगढ़ भी दबिश दी गई।
ऐसे लगा मामले का पता
पुलिस कांस्टेबल पदों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के बाद दस्तावेजों के मूल्यांकन व जांच की प्रक्रिया चली थी। कुछ अज्ञात शिकायतों में पुलिस को अभ्यर्थियों के नाम सहित शिकायत की गई थी। अभ्यर्थियों को दस्तावेजों की जांच के लिए बुलाया गया जिसमें उनके स्कूली परीक्षा के अंकों और पुलिस परीक्षा के अंकों को देखकर संदेह पुलिस रिक्रूटमैंट टीम को भी हुआ। इसके बाद उक्त अभ्यर्थियों का इंटरव्यू भी लिया गया लेकिन अभ्यर्थी इस दौरान सवालों का सही जवाब नहीं दे पाए जिससे शक और बढ़ गया। इस दौरान पुलिस ने सख्ती से अभ्यर्थियों से पूछताछ की जिस पर उन्होंने सब कुछ बता दिया।