गांव की 10 लड़कियों ने जंगल के प्रोडक्ट को बना दिया ब्रांड, लाखों कमा रहीं

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छत्तीसगढ़ का धमतरी गांव. लोकल, वोकल से लेकर मेड इन इंडिया की जितनी बात हो रही है, उनसे होते हुए आप इस गांव में पहुंच जाइए. आप पाएंगे कि यहां 10 लड़कियों के एक ग्रुप ने वन विभाग की मदद से 10 लाख रुपये कर्ज लेकर एक कारोबार शुरू किया है. ये पूरी तरह से वनों से मिलने वाली चीजों पर आधारित है. कुछ ही समय में इस उत्पाद की मांग कई प्रदेशों में हो गई हैं.

न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक़, इन 10 लड़कियों ने जागृति स्वयं सहायता समूह का निर्माण किया है और दुगली का शहद, दुगली का एलोवेरा, दुगली का दोना-पत्तल, आंवला कैंडी, तिखूर, बैचांदी जैसे प्रोडक्ट से लाखों की कमाई कर रही हैं. अब तो पूरा दुगली ब्रांड ही खड़ा हो गया है.

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रिपोर्ट के मुताबिक़, इन लड़कियों ने प्रडोक्ट की गुणवत्ता पर भी काफी काम किया है. इसका असर ये है कि लोग दूर-दूर से दुगली पहुंचते हैं और प्रोडक्ट खरीदते हैं. न्यूज 18 से बात करते हुए जागृति समूह की चंद्रवती और ज्योति कहती हैं, जंगल में मिलने वाले वनोपज को बाजार में उतारने के लिए उनके पास साधन नहीं थे. इसके लिए उन लोगों ने बैंक से लोन लिए. लेकिन, उनकी मेहनत काम कर गई.

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लड़कियों की मेहनत को देख वन विभाग भी उनकी मदद करता है. विभाग ने उन्हें लोन दिलाने से लेकर कच्चा माल खरीदवाने और फिर ट्रेनिंग दिलवाने तक की व्यवस्था की. इन लड़कियों ने एक रोजगार का चैनल खड़ा कर दिया है. वनोपज का सही दोहन कैसे हो सकता है, उन्होंने सबको करके दिखाया है.